भारतीय सनातन संस्कृति ने योग के रूप में पूरी दुनिया को एक नायाब उपहार दिया है: कृष्ण पाल गुर्जर

- कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने योग को विश्व पटल पर नयी पहचान दिलाई - दुनिया में आध्यात्मिक क्षेत्र में भारत का स्थान हमेशा से सर्वश्रेष्ठ है: मूलचंद शर्मा

फरीदाबाद, 21 जून। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि भारत में योग का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है। शारीरिक रूप से फिट रहने और मानसिक शांति व अध्यात्म के लिए लोग योग प्राचीनकाल से ही कर रहे हैं। पूरी दुनिया में योग की उत्पत्ति सबसे पहले भारत में ही हुई थी इसके बाद यह दुनिया के अन्य देशों में लोकप्रिय हुआ।

केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर आज शुक्रवार को प्रातः स्थानीय सेक्टर-12 स्थित टाउन पार्क में जिला स्तरीय 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग का अभ्यास करने के लाभों के बारे में दुनिया भर के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और लोगों को अपने दैनिक जीवन के एक भाग के रूप में इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रत्येक योग गतिविधि लचीलापन, ताकत, शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक संतुलन में सुधार की कुंजी है। यह एक ऐसा अभ्यास है जो हमें आधुनिक जीवन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए तैयार करता है।

प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि योग मनुष्य के तन और मन को आत्मसात कर एक साथ जोड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वर्ष 2014 से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा जोकि पूरे विश्व ने स्वीकार किया है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में योग और आध्यात्मिकता के जरिए भारत का नया परिचय विश्व में दिया है।

फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्र गुप्ता ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी विश्व ने मानवता कल्याण के लिए समग्र स्वास्थ्य और जीवन के लिए आवाज उठायी है  तब भारत के प्राचीन ज्ञान की हमेशा चर्चा और सराहना हुई है। दुनिया भर में योग की एक बढ़ती संस्कृति, इसकी व्यापक लोकप्रियता इसका एक साक्ष्य है, जिससे दुनिया में आध्यात्मिक गुरु के रूप में भारत का कद बढ़ रहा है।

समारोह में उपायुक्त विक्रम सिंह ने अपने संबोधन में कहा सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग केवल शरीर की कुछ मुद्राओं या आसन तक सिमित नहीं है। बल्कि यह हमें स्वस्थ और संतुलित जीवन जीना सिखाता है। यह हमें अपनी सांसें, विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करना सिखाता है। इससे हम सभी परिस्थितियों में शांत रहना और अपना ध्यान केंद्रित करना सीखते हैं।

अंत में उपायुक्त विक्रम सिंह ने मुख्य अतिथि तथा विशिष्ठ अतिथियों का कार्यक्रम में शिरकत करने पर उनका धन्यवाद किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया।

पतंजलि योगपीठ से आए योगाचार्य जयपाल सिंह, योग आचार्य अंकुर सिंह तथा योग विशेषज्ञ विकास यादव, योग प्रशिक्षक संगीता ने मंचासीन होकर योग योगाभ्यास का नेतृत्व किया और उपस्थित जनों को विभिन्न मुद्राओं में आसन करवाए।

इस अवसर पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य, उपायुक्त विक्रम सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा, एसडीएम फरीदाबाद शिखा अंतिल, आयुष विभाग से जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर मनीषा लम्बा, जिला योग कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रीति सैनी, आयुष विभाग से डॉ. मोहित वासुदेव, डॉ. विजय, डॉ. सविता, फार्मासिस्ट सुरेश कुमार सहित तमाम विभागों के अधिकारीगण व गणमान्य नागरिकों ने जिला स्तरीय 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल होकर योगाभ्यास किया।

Related Articles

Back to top button