भारत ने योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और सांस्कृतिक मूल्य को दिया बढ़ावा: रेनू भाटिया

- हरियाणा राज्य महिला आयोग द्वारा योग सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ - करे योग रहे निरोग नहीं होगा दवा का प्रयोग

फरीदाबाद, 17 जून। हरियाणा राज्य महिला आयोग  द्वारा सेक्टर -68 आईएमटी स्थित श्री शक्ति पहल समिति एनजीओ के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में योग सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि हर साल योग दिवस की एक खास थीम होती है। इस साल योग दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम ‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ है। उन्होंने योग के महत्तव को बड़ी कुशलता से महिलाओं और बच्चों  को समझाते हुए बताया कि आजकल के इस भाग दौड़ भरे जीवन में योग की बहुत बड़ी अहमियत है।

उन्होंने कहा कि भारत ने योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और योग के जरिए सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा दिया। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग लाभकारी है। यह शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति प्रदान करता है। भारतीय संस्कृति से जुड़ी ये क्रिया अब विदेशों तक फैल चुकी है। हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है और इस दौरान दुनियाभर के लोग सामूहिक रूप से योगाभ्यास करते हैं।

रेनू भाटिया ने बताया की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग का महत्व, और सकारात्मक जीवनशैली, तथा सांस्कृतिक एकता का बहुत अच्छा स्त्रोत है उन्होंने कहा की योग के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। शरीर स्वस्थ रहता है और रोगों की चपेट में आने से बच जाता है। वहीं अगर कोई रोग से ग्रस्त हैं तो उसके निवारण के लिए भी नियमित योग असरदार होता है।योग एक स्वस्थ और संतुलित जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है। ध्यान व योग मानसिक शांति देता है, जिससे सकारात्मक विचार आते हैं और लोग स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जो अब वैश्विक संस्कृति का हिस्सा बन चुकी है। योग से परस्पर देश विदेश के लोग एक दूसरे से जुड़ते हैं और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देते हैं।

योग कार्यक्रम के पश्चात हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन ने श्री शक्ति पहल समिति एनजीओ के कार्यकर्ताओं का आभार जताया और एनजीओ से जुड़ी कन्या विद्यार्थियों को जिन्होंने दसवीं कक्षा में  80% अंक प्राप्त करे उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और उनको प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आर्थिक सहायता देने  का आश्वासन दिया।

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