फरीदाबाद में फिरौती के लिए 13 साल के मासूम का मर्डर, पिता के दोस्त पर हत्या का आरोप, परिजनों ने किया हंगामा
बल्लभगढ़। फरीदाबाद के सेक्टर 62 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 13 वर्षीय बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस उपायुक्त बल्लभगढ़ अनिल कुमार के द्वारा मामले में तुरंत कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए। जिन पर कार्रवाई करते हुए थाना आदर्श नगर की टीम ने आरोपी विशाल को पूछताछ के लिए पकड़ा। पूछताछ के दौरान आरोपी से अपहरण की वारदात का खुलासा हुआ।
वहीं बच्चों का शव मिलने के बाद शनिवार को परिजनों ने थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा किया और मोहना रोड पर जाम लगा दिया। हरियाणा के फरीदाबाद में कर्ज में डूबे केमिस्ट ने पड़ोस में परचून की दुकान चलाने वाले दुकानदार के बेटे का फिरौती मांगने की नीयत से पहले अपहरण कर किया, फिर उसे बेहोश करने के लिए नशीला इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन में नशीली दवा की मात्रा अधिक होने के चलते बच्चे की मौत हो गई।
बच्चे की मौत के बाद घबराए केमिस्ट ने बच्चे के शव को खुर्दबुर्द करने की नीयत से फतेहपुर से होकर गुजर रही आगरा नहर में फेंक दिया। लेकिन बच्चे का शव झाड़ियों में अटक गया। घटना के बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने पड़ोसी को शक के आधार पर पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। केमिस्ट की निशानदेही पर बच्चे के शव को आगरा कैनाल से बरामद किया गया। साथ ही वारदात में प्रयोग गाड़ी को बरामद कर लिया गया है। पुलिस शव के पोस्टमार्टम व अन्य कार्रवाई में लगी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी विशाल(26) हाउसिंह बोर्ड कॉलोनी सेक्टर-62 का रहने वाला है। आरोपी विशाल की एक मेडिकल की दुकान है और शिकायतकर्ता की किराने की दुकान है दोनों एक दुसरे को जानते है। मृतक लड़का कक्षा 8वी कक्षा का छात्र था।
आरोपी विशाल से पूछताछ में सामने आया कि उसने कुश का फिरौती मांगने के लिए अपहरण किया था। आरोपी ने कुश को मीठी गोली के नाम पर नशे की गोलियां खिला दी थी। इससे पहले कि आरोपी फिरौती की मांग करता नशे की गोलियों की अधिक मात्रा के कारण कुश की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद आरोपी ने मृतक कुश के शव को अपनी गाड़ी में डालकर गांव ढींग-प्रहलादपुर के बीच में आगरा कैनाल की पटरी पर फेंक दिया था। शव आगे बहने की बजाय वहीं पर झाड़ियों में फंस गया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बच्चे के शव को बरामद कर लिया है। आरोपी को मामले में पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है।
वहीं कुश का शव मिलने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट गया और परिजनों ने थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा किया और मोहना रोड पर जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने केस में लापरवाही बरती है। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि महज छह घंटे में ही आरोपी विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, लेकिन पुलिस आरोपी से बच्चे के बारे में समय रहते पता नहीं कर पाई। इसके चलते उनके बच्चे की जान चली गई।
बल्लभगढ़ स्थित सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में उमेश चंद की परचून की दुकान है। 13 जून को शाम साढ़े छह बजे के करीब उसका बेटा 13 वर्षीय कुश अपनी दुकान से पड़ोस की दुकान पर बर्फ लेने के लिए साइकिल लेकर निकला था। बच्चा जब बर्फ लेकर नहीं आया तो महज पांच मिनट में ही उसकी मां प्रियंका ने अपने बच्चे को खोजना शुरू किया। लेकिन उसके बेटे कुश का कहीं कुछ पता नहीं चला। उसके माता-पिता के साथ उसके अन्य परिजन भी उसकी खोज में लग थे।
पड़ोस में दवा की दुकान चलाले वाला विशाल बच्चे की तलाश में परिवार के साथ था। काफी तलाश के बाद बच्चे की साइकिल विशाल के घर की छत पर मिली। इसके बाद सीसीटीवी के आधार पर बच्चे के माता-पिता व अन्य पड़ोसियों ने विशाल पर बच्चे के अपहरण का शक जताया और विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चे के माता-पिता के मुताबिक उन्होंने विशाल सहित कुल तीन लोगों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, जिनमें से पुलिस ने अन्य को छोड़ दिया।