उपायुक्त व निगमायुक्त ने नगर में सफाई व्यवस्था व जलापूर्ति सुदृढ़ करने पर किया गंभीर मंथन
- नगर में कहीं भी न दिखाई दे कूड़ा-कर्कट, सफाई व्यवस्था को करें और बेहतर: उपायुक्त विक्रम सिंह - हर क्षेत्र में जलापूर्ति करें सुचारू, कहीं भी जलभराव की स्थिति न हो उत्पन्न - अवैध रूप से न हो जल का दोहन, सीमाओं पर करें टैंकरों की चेकिंग
फरीदाबाद, 13 जून। नगर में सफाई व्यवस्था तथा जलापूर्ति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उपायुञ्चत विक्रम सिंह और नगर निगम की आयुक्त मोना ए. श्रीनिवास ने संबंधित अधिकारियों के साथ गंभीरता से मंथन किया। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर में कहीं भी कूड़ा-कर्कट और जलभराव नहीं होना चाहिए। आम जनमानस को साफ-सुथरा वातावरण मिलना चाहिए, जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जायें।
शहर में सफाई व्यवस्था के साथ जलापूर्ति व जलभराव की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरूवार को लघु सचिवालय में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त विक्रम सिंह कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि नगर में सफाई व्यवस्था को और बेहतर किया जाए, जिसके लिए कूड़ा प्रबंधन को सुदृढ़ करें। सडक़ों व सार्वजनिक स्थानों पर कूड़े के ढ़ेर नहीं लगने चाहिए। हर क्षेत्र में कूड़ा उठाने के उचित बंदोबस्त करें।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने जलापूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए जल के अवैध दोहन की रोकथाम पर बल दिया। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि वे सीमाओं पर पानी के टैंकरों की जांच करें। टैंकरों में पानी भरकर यहां से दिल्ली न लेकर जाये। होटलों, स्विमिंग पुलों आदि बड़े संस्थानों की भी जांच करें। कहीं भी अवैध रूप से जल का दोहन न होने पाये। इसके लिए संयुक्त टीम का गठन कर जांच कार्रवाई करें।
इस दौरान नगर निगम की आयुक्त मोना ए. श्रीनिवास ने कहा कि नगर में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसमें जन सहयोग अपेक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि निजी प्लाटों में कूड़ा न डाला जाए। ऐसा करने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि सफाई व्यवस्था को अभियान के रूप में लेकर चलें। एकजुट प्रयासों से सफाई व्यवस्था को कायम रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी संस्थान व विभाग अपने संपूर्ण संसाधनों का प्रयोग कर सफाई व्यवस्था को बल प्रदान करें।
निगमायुक्त ने कहा कि अवैध रूप से चलाये जाने वाले आरओ प्लांट के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल का अवैध दोहन नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि जलभराव की स्थिति कहीं भी उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। मानसून सीजन की शुरुआत से पहले ही हर प्रकार के प्रबंध पूरे किये जायें। साथ ही उन्होंने नालों की भी सफाई करवाने के निर्देश दिए।