समाधान शिविरों में परिवार पहचान पत्र से लेकर रजिस्ट्री इत्यादि के लिए लोगों को मिलेगी पूर्ण सुविधा
- आम जनमानस अपनी समस्याओं के निपटारे के लिए समाधान शिविर का उठायें पूर्ण लाभ: उपायुक्त
फरीदाबाद, 10 जून। विभिन्न प्रकार की जन समस्याओं की सुनवाई करते हुए उन्हें तुरंत दूर करने के लिए समाधान शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। उपायुक्त विक्रम सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आज (सोमवार, 10 जून) से ही समाधान शिविरों की शुरुआत कर दी गई है। समाधान शिविर प्रत्येक कार्य दिवस पर प्रात: 09:00 बजे से 11:00 बजे तक जिला मुख्यालय तथा उपमंडल स्तर पर आयोजित किये जायेंगे।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार जन कल्याण के साथ जन समस्याओं के समाधान को समर्पित है। लोगों की हर प्रकार की समस्याओं के तुरंत समाधान के लिए समाधान शिविरों के आयोजन की अनूठी शुरूआत की गई है। आम जनमानस को इसका पूर्ण लाभ उठाना चाहिए। प्रशासन आगे बढ़कर लोगों की समस्याओं की सुनवाई करते हुए उनका समाधान करवायेगा। इसके लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। समाधान शिविर में आने वाला कोई भी व्यक्ति निराश नहीं लौटेगा।
उपायुक्त के अनुसार समाधान शिविर के माध्यम से लोगों की प्रमुख समस्याओं का निपटारा किया जाएगा। इनमें प्रमुख तौर पर प्रॉपर्टी आईडी, परिवार पहचान पत्र, जमीन का पंजीकरण, लोकल बॉडी का नो ड्यूज सर्टिफिकेट, म्युनिसिपल कमेटी से नक्शा अनुमोदन, बिजली-सिंचाई-सार्वजनिक स्वास्थ्य, समाज कल्याण पेंशन तथा अपराध की शिकायतें और राशन कार्ड को शामिल किया गया है। इनसे संबंधित हर प्रकार की शिकायतों के समाधान के लिए समाधान शिविर में संपर्क किया जा सकता है।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ एसडीएम भी समाधान शिविरों में आने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करवायेंगे। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे, ताकि आम जन को किसी भी प्रकार की समस्याएं पेश न आयें। यदि कोई समस्या आती है तो तुरंत उसका समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर लघु सचिवालय के भूतल पर प्रवेश द्वार के निकट ही समाधान शिविर में स्टाफ की उपलब्धता रहेगी, जहां पर शिकायतें लेकर उन्हें संबंधित विभाग को प्रेषित कर समाधान सुनिश्चित करेंगे। उपमंडल स्तर पर बड़खल और बल्लभगढ़ में भी यह व्यवस्था अलग से कायम रहेगी।