मानव रचना डेंटल कॉलेज में 10 दिवसीय तम्बाकू निषेध जागरूकता कार्यक्रम का समापन हुआ
-अतिथि व्याख्यान में प्रो. (डॉ.) विक्रांत मोहंती और डॉ. दीक्षा सेठी ने रखे विचार -कार्यक्रम के दौरान नि:शुल्क जांच शिविर, परामर्श सत्र, जागरूकता पहलों का हुआ आयोजन
फरीदाबाद। एनएबीएच मान्यता प्राप्त मानव रचना डेंटल कॉलेज (एमआरडीसी) की ओर से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर तंबाकू के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता के लिए चलाए गए 10 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का समापन हो गया। इस पहल का उद्देश्य तंबाकू के उपयोग से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में शहरवासियों, विशेषकर किशोरों को जागरूक करना था। इसके साथ ही विभिन्न शैक्षिक और आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से भी तंबाकू का सेवन रोकने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।
परिसर में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में दंत जांच शिविर, शपथ समारोह, नुक्कड़ नाटक , तंबाकू की लत छोड़ने के परामर्श सत्र आयोजित किए गए। इसके साथ ही शहर में कई स्थानों पर जागरूकता शैक्षिक कार्यक्रम भी हुए। इस दौरान तंबाकू छोड़ने में दंत चिकित्सा संस्थानों की भूमिका पर अतिथि व्याख्यान भी आयोजित किया गया। इसमें प्रोफेसर (डॉ.) विक्रांत मोहंती, हैड, पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री, मौलाना आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज व संयुक्त सचिव, इंडियन एसोसिएशन ऑफ पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री (आईएपीएचडी) और डॉ. दीक्षा सेठी, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, नेशनल रिसोर्स सेंटर फ़ॉर ओरल हेल्थ एंड टोबैको सेसेशन ने विचार रखे।
डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, एमआरईआई ने इस दस दिवसीय कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “तंबाकू सेवन जैसी हानिकारक आदतों को अपनाने से रोकने के लिए शुरुआत में ही जागरूकता और सही शिक्षा अहम भूमिका निभाती है। इस तरह की पहल न केवल जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि हमारे युवाओं में जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है, जिससे एक स्वस्थ भावी पीढ़ी का मार्ग प्रशस्त होता है।”
डॉ. संजय श्रीवास्तव, कुलपति, एमआरआईआईआरएस, सहयोगात्मक प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, “इस कार्यक्रम की सफलता हमारे संकाय, छात्रों और सामुदायिक भागीदारों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। इस कार्यक्रम के ज़रिए सकारात्मक बदलावों और जनता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सामूहिक प्रयास देखने को मिले।
डॉ. पुनीत बत्रा, प्रिंसिपल, एमआरडीसी ने कॉलेज की पहल पर गौरव जताते हुए कहा, “एक अग्रणी दंत चिकित्सा संस्थान के रूप में, हम तम्बाकू के उपयोग से पैदा होने वाली विभिन्न चुनौतियों का समाधान करने में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी जानते हैं। यह कार्यक्रम हमारे छात्रों और समुदाय को इस वैश्विक स्वास्थ्य समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल के साथ सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।”
मानव रचना डेंटल कॉलेज प्रतिष्ठित एनएबीएच और एनएएसी ए++ मान्यता प्राप्त प्रसिद्ध दंत चिकित्सा संस्थान है, जिसे उत्तर भारत में नंबर 1 स्थान प्राप्त है। संस्थान असाधारण दंत चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के साथ ही मौखिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। संस्थान की ओर से आयोजित 10 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में सभी उम्र और समुदायों के व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। एमआरडीसी का मकसद इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर तम्बाकू के उपयोग के खतरों से मुक्त एक स्वस्थ समाज को बढ़ावा देना और पेशेवर परामर्शदाताओं के जरिए लोगों तक सही परामर्श पहुंचाना है।