टीमलीज़ सर्विसेज ने टियर II और टियर III बाजारों में रिटेल लेंडिंग सेक्टर में रोजगार की मांग बढ़ने की जानकारी दी
दिल्ली, 20 मई, 2024: टीमलीज़ सर्विसेज द्वारा हाल में किए गए एक विश्लेषण के नतीजे बताते हैं कि बीएफएसआई सेक्टर में रिटेल लेंडिंग सेगमेंट में रोजगार की मांग में मजबूत वृद्धि होगी। टीमलीज़ की रिपोर्ट के मुताबिक में इस मांग में सबसे ज्यादा बढ़त टियर II और टियर III शहरों में हुई है। यह विश्लेषण कंपनी के शीर्ष ग्राहकों के विश्लेण पर आधारित है, जिनमें कुल 45,000 से ज्यादा अस्थायी कर्मचारी हैं। इस विश्लेषण के निष्कर्ष इंडस्ट्री में एक बड़े ट्रेंड को स्पष्ट करते हैं।
पिछले दो वित्त वर्ष के दौरान पर्सनल लोन, होम लोन, क्रेडिट कार्ड और माइक्रो फाइनेंसिंग जैसे रिटेल लोन सेक्टर में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है। इस दौरान इस सेक्टर में कुल रोजगार आंकड़ों में 29% की वृद्धि हुई है। विशेष रूप से, टियर II और टियर III शहरों में वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 के बीच सालाना आधार पर क्रमशः 21% और 26% की मजबूत वृद्धि देखने को मिली है। रोजगार के क्षेत्र में यह मांग में यह वृद्धि गैर-मेट्रो और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रिटेल लेंडिंग संस्थानों की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाती है।
प्रतिशत बढ़ोतरी
पंक्ति
वित्त वर्ष 2022
वित्त वर्ष 2023
वित्त वर्ष 2024
वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 के बीच साल दर साल वृद्धि
वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 के बीच साल दर साल वृद्धि
टियर I
12,018
12,600
13,725
5%
9%
टियर II
9,348
10,148
12,264
9%
21%
टियर III
14,628
14,988
20,367
2%
26%
कुल योग
35,994
37,736
46,356
5%
23%
शीर्ष टियर 2 और टियर 3 शहर जो वर्कफोर्स की मांग में दे रहे हैं सबसे ज्यादा योगदान
टियर 2
टियर 3
जयपुर
पटियाला
चंडीगढ़
भटिंडा
कोयंबटूर
मेरठ
सूरत
जामनगर
लुधियाना
यमुनानगर
इंदौर
त्रिची
अमृतसर
हासन
मैसूर
कोटा
नागपुर
औरंगाबाद
वाइजैग
रोहतक
टीमलीज़ सर्विसेज के वीपी और बिजनेस हेड – बीएफएसआई, कृष्णेंदु चटर्जी ने कहा, “यह आंकड़े देश में,खासकर टियर II और टियर III शहरों में रिटेल लेंडिंग इंडस्ट्री की लगातार हो रही वृद्धि पर प्रकाश डालते हैं। पिछले दो वित्त वर्षों में रोजगार की मांग में 29% की वृद्धि के साथ, रिटेल लेंडिंग इंडस्ट्री के ग्रोथ इंजन को बढ़ावा देने के लिए कुशल पेशेवरों की तत्काल जरूरत के संकेत मिल रहे हैं।”
टीमलीज़ का अंदाजा है कि यह ट्रेंड चालू वित्त वर्ष में भी जारी रहेगा क्योंकि रिटेल लेंडिंग संस्थान उभरते बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक अपनी पहुंच बढ़ाने की रणनीतियों को प्राथमिकता देना जारी रखेंगे।