जुनेजा फाउंडेशन और रोटरी क्लब आफ फरीदाबाद कॉस्मोपॉलिटन के रक्तदान शिविर में 50 यूनिट रक्त एकत्रित
फरीदाबाद: जुनेजा फाउंडेशन और रोटरी क्लब आफ फरीदाबाद कॉस्मोपॉलिटन ने मिलकर सेक्टर-24 प्लाट नंबर 239 जुनेजा ब्राइट स्टील कंपनी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 50 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। इस मौके पर आयुक्त फ़रीदाबाद मंडल संजय जून समारोह के मुख्य अतिथि रूप में उपस्थित रहे।
इसके आलावा रोटरी ब्लड बैंक के अध्यक्ष रोटेरियन जितेंद्र अरोड़ा, आगामी अध्यक्ष रोटेरियन प्रेम पसरीचा, कोषाध्यक्ष रोटेरियन महिंदर मेथानी, रोटेरियन कमलेश शर्मा, रोटेरियन संजय चंदा,रोटेरियन रितु सहगल, संजय कात्याल,रोटेरियन संजीव जुनेजा,रोटेरियन ज्योति जोनेजा, रोटेरियन मुकेश कपूर और टीम जोनेजा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज सहित
तमाम प्लांट के वह कर्मचारी जिनके बदौलत यह रक्तदान सफल हो सका। शिविर में में पहुंचे आयुक्त फ़रीदाबाद मंडल संजय जून ने कहा की फरीदाबाद शहर से उनका पुराना नाता रहा है।
शहर में कई सामाजिक और संस्थाएं है जो निष्काम भाव से समाज की सेवा के लिए कार्य करती रही है। उनमे से ही एक जुनेजा फाउंडेशन है जो समाज कीसेवा के लिए समर्पित है। इस अवसर पर रोटरी क्लब आफ फरीदाबाद कॉस्मोपॉलिटन के बैनर तले कई रोटेरियन ने इस अवसर पर रक्तदान किया ,
क्लब अध्यक्ष चेतना कुकरेजा ने इस अवसर पर कहा की
रोटरी क्लब आफ फरीदाबाद कॉस्मोपॉलिटन केवल रक्तदान ही नहीं इसके अलावा चाहे ट्री प्लांटेशन हो , या फिर जरूरतमंद बच्चों के साथ एंजॉय पार्टी का प्रोग्राम हो , इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर लगाने की मुहिम हो क्लब निरंतर समाज हित के कार्यों में लगा रहता है।
जुनेजा फाउंडेशन और जुनेजा ब्राइट स्टील कंपनी के महानिदेशक अजय जुनेजा ने भी रक्तदान करते हुए कहा की वह एब तक करीब करीब 50 बार रक्तदान कर चुके है। और उन्हें जब भी मौका मिलता है वह रक्तदान करते है। उन्होंने कहा की वह जनता से अपील करते है कि वे मानव जीवन बचाने के लिए रक्तदान के लिए आगे आएं।
पिछले दिनों रोटरी ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो गई थी जिसके बाद एक्सक्यूटिव
वाईस प्रेसिडेंट दीपक प्रशाद ने शहरवासियों से रक्तदान करने की अपील की थी जिसके बाद लगातार शहर इस तरह के रक्तदान शिविर लगा रहा है। रक्तदान वैसे भी लगते ही रहते है लेकिन अभी जरूरत है इसलिए ऐसे शिविर ज्यादा से ज्यादा लगाएं जा रहे है। अजय जुनेजा ने कहा की जुनेजा फाउंडेशन का मकसद ही यहीं है की समझके काम आना।