लोधी राजपूत जनकल्याण समिति फरीदाबाद
फरीदाबाद, 4 मई। लोधी राजपूत जनकल्याण समिति फरीदाबाद द्वारा डबुआ कालोनी सैक्टर-50 कार्यालय पर अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी का 121वां जन्मदिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपस्थित गणमान्य लोगों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
समिति संस्थापक/महासचिव लाखनसिंह लोधी ने शहीद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुलाब सिंह लोधी का जन्म मई 1903 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के गांव चन्द्रिकाखेडा़ (फतेहपुर चौरासी) श्रीराम रतन लोधी किसान परिवार में हुआ था।
उस समय ब्रिटिश साम्राज्य का शासन था। तिरंगा फहराने पर भी प्रतिबंध था। ऐसे समय में भारत की आजादी के लिए क्रांतिकारियों ने लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में 23 अगस्त 1935 को झण्डा सत्याग्रह आन्दोलन कार्यक्रम रखा गया। उन्नाव जिले से कई सत्याग्रही जत्थे झण्डा फहराने के लिए गए परन्तु ब्रिटिश सरकार ने पार्क में नहीं घुसने दिया
। इन्ही सत्याग्रही एक जत्थे में क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी किसान की वेषभूषा में शामिल हो गए। किसी प्रकार फौजी सिपाहियों की नजर से बचकर पार्क में पेड़ पर चढ़ गए, अपने हाथ में पैना (हल चलाते समय बैल हांकने वाली लकड़ी) और अपने कपड़ों में छिपे हुए लाये तिरंगे को पैना में लगाकर पेड़ से फहराते हुए भारत माता की जय, वन्दे मातरम् जैसे नारे लगाने लगे। उनको देखकर पार्क के बाहर खड़ी क्रांतिकारियों की भीड़ ने भी इसी प्रकार उद्घोष करने लगी।
ऐसा दृश्य देख ब्रिटिश अधिकारियों ने पेड़ पर तिरंगा फहराते हुए क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी पर गोली चलाने का आदेश दिया। कई गोलियां उनको लगीं, पेड़ से नीचे जमीन पर गिर पड़े। इस प्रकार झण्डा सत्याग्रह आन्दोलन 23 अगस्त 1935 को लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी तिरंगा फहराते हुए देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर मर कर भी अमर हो गए। यह पार्क क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी के नाम से जाना जाने लगा। उस समय यह पार्क क्रांतिकारियों की सभा स्थली बन गया था। हम सभी ऐसे महान क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी को कोटि कोटि नमन् करते हैं।