सात दिनों के अन्दर मानी हुई मांगों का समाधान नहीं किया तो कर्मचारी करेगें आन्दोलन: नरेश शास्त्री
फरीदाबाद। नगर निगम आयुक्त एवं संबंधित अधिकारियों की निगम कर्मचारियों की न्यायोचित जायज स्वीकृत मांगों को लागू करने एवं कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से कार्यालय में चक्कर काटने के लिए मजबूर करने, मांगों पर निर्णय होने के बाद लाभ न देने से नाराज नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन तथा बेलदार, माली, जूनियर इंजीनियर विंग, सैनिटेशन स्टाफ, वाटर सप्लाई, ड्राइवर व सीवर मैन यूनियन सहित अन्य यूनियनों के कार्यकर्ताओं का मांस डेपुटेशन आज नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला कमेटी के नेतृत्व में निगम आयुक्त से मुलाकात करने पहुंचा।
गौरतलब है कि नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने विगत 22 अप्रैल को ही निगम आयुक्त महोदय को पत्र भेज कर अवगत करवा दिया था लेकिन निगमायुक्त आज निगम कार्यालय में उपस्थित नहीं थी। नाराज नपा.संघ के कार्यकर्ताओ ने अतिरिक्त निगम आयुक्त गौरव अंतिल से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपते हुए आगामी 7 दिनों में मांगों का समाधान करने के लिए ज्ञापन सौंपा। अतिरिक्त निगम आयुक्त गौरव अंतिल ने निर्धारित समय में मांगों का समाधान करने का आश्वासन दिया है। संघ ने चेतावनी दी है, कि यदि 7 दिनों में मांगों का समाधान नहीं किया तो निगम मुख्यालय पर नगरपालिका कर्मचारी संघ के नेतृत्व में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
मास डेपुटेशन का नेतृत्व नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री संघ के जिला प्रधान दलीप बोहत, कार्यकारी प्रधान सुदेश कुमार, जिला सचिव अनिल चिंडालिया, गुरुचरण खांडिया, अनूप वाल्मीकि, कमला, रामरतन कर्दम, महेश शर्मा, शिवकुमार, अजय शास्त्री, रणजीत शुक्ला, रघुवीर चौटाला, राकेश चिंडालिया, राजकुमार, सुरेश मेलान्दा आदि कर रहे थे।
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान दलीप बोहत, जिला सचिव अनिल चिंडालिया ने निगम प्रशासन पर कर्मचारियों की मांगों की अनसुनी अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ रही है, लेकिन प्रशासन कूड़े के उठान समाधान नहीं निकल पा रही है, सफाई कर्मचारी बगैर उपकरणों के सफाई व्यवस्था में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम में शामिल होने से पहले 77 कर्मचारियों का पिछले 6 माह का वेतन एआरसी कम्पनी द्वारा नहीं दिया गया है व कर्मचारियों जिन कर्मचारियों को वर्दी दी जाती है।
उनकी वर्दी भी 6 व 7 वर्षो से पेंडिंग है, आई कार्ड नहीं बनाई जा रहे हैं, इन मांगों के अतिरिक्त बेलदार, रोड मेट, मैसन, ट्यूबवैल, हेल्पर और इलेक्ट्रीशियन आदि को तेल साबुन नहीं दिया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों की हाजिरी साइडों का निर्माण एवं पीने का पानी और शौचालयों का प्रबंध करना, ट्यूबल ऑपरेटर, सीवर मैनो को ओवरटाइम देने, सभी कर्मचारियों को एसीपी का लाभ देने, इलेक्ट्रीशियन, रोड मेट आदि को एसीपी में छूट देने, अनुबंध सफाई कर्मचारियों को एलटीसी का भुगतान करने, सीवर के काम में ठेका प्रथा बंद करने, सहायक सफाई निरक्षक एवं कनिष्ठ अभियंताओं व सफाई दरोगाओं को तेल साबुन देने, 29 ग्रामीण सफाई कर्मचारी व 9 माली कम चौकीदारों को निगम में ड्यूटी ज्वाइन करवाने तथा सभी कर्मचारियों के आई कार्ड बनाने आदि मांगों पर निगम प्रशासन के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है और इन वार्ताओं में इन मांगों को निगम प्रशासन द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है स्वीकृति के उपरांत भी उक्त मांगे लगभग 6 महीने से पेंडिंग है।
निगम कर्मचारियों में अधिकारियों की इस कार्य प्रणाली से भारी नाराजगी है यदि निगम प्रशासन ने निर्धारित 7 दिनों के अंदर मानी गई मांगों को लागू नहीं किया तो नगर निगम के कर्मचारी निगम मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे।