इकोफी और विद्युत ने सब्सक्रिप्शन-आधारित बैटरी-एज़-ए-सर्विस मॉडल पेश करने के लिए साझेदारी की
~ इसका मकसद ग्रीन मोबिलिटी और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है ~
भारत की प्रमुख ग्रीन-ऑन्ली नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनएफबीसी), इकोफी और विद्युत ने आज एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में बड़ा बदलाव लाना और परिवहन के स्थायी समाधानों को बढ़ावा देना है। विद्युत ईवी ओनरशिप का एक अग्रणी प्लेटफॉर्म है जिसे इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर को खरीदना अधिक किफायती बनाने में विशेषज्ञता प्राप्त है। एक ओर, इकोफी लोन फाइनेंस करेगा, जबकि विद्युत किफायती ईवी समाधान देने के लिए एक सब्सक्रिप्शन-आधारित बैटरी-एज़-ए सर्विस मॉडल की पेशकश करेगा।
यह साझेदारी पारंपरिक आईसीई वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों तक सभी की पहुंच बनाना चाहती है और इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने की प्रक्रिया ज्यादा आसान बनाने के पूर्वाग्रह में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। हाइब्रिड फाइनेंसिंग मॉडल से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की लागत में कमी आती है। इस साझेदारी ने प्रति किलोमीटर भुगतान के बैटरी लीजिंग मॉडल को पेश किया है, इकोफी और विद्युत का लक्ष्य इलेक्ट्रिक वाहन को अपनाने की प्रक्रिया तनाव और जोखिम मुक्त बनाना है।
इकोफी के पार्टनरशिप और को-लेंडिंग हेड कैलाश राठी ने इस साझेदारी के बारे में कहा, “यह साझेदारी स्थायी रूप से यातायात को बढ़ावा देने के प्रदूषण मुक्त समाधान को बढ़ावा देने की साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इकोफी ने पहले ही अनोखे प्रॉडक्ट से 3डब्लू के ईवी के क्षेत्र में सार्थक छलांग लगाई हैं। इकोफी ने सभी टॉप ओईएम से साझेदारी की है। ग्रीन फाइनेंसर के रूप में हमने देश में स्वच्छ पर्यावरण के लिए नए-नए और विशेष समाधान दिए हैं। इसी तर्ज पर ग्रीन फाइनेंसिंग में इकोफी की विशेषज्ञता और विद्युत के सब्सक्रिप्शन मॉडल को मिलाकर, हमारा लक्ष्य देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए सभी लोगों को प्रेरित करना है।’’
बैटरी सब्सक्रिप्शन पर आधारित वाहनों के स्वामित्व का यह मॉडल उपभोक्ताओं को परंपरागत आईसीई वाहनों के स्वामित्व का 30-40 फीसदी सस्ता विकल्प प्रदान करता है। यह समाधान अग्रिम भुगतान की जरूरत को खत्म कर इलेक्ट्रिक वाहनों तक सभी लोगों की पहुंच का विस्तार करता है। यह उपयोग के आधार पर भुगतान के लचीले विकल्प प्रदान करता है जिससे काफी लोगों की इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद तक पहुंच बढ़ रही है।
विद्युत में को-फाउंडर क्षितिज कोठी ने कहा, “हम इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाने और स्वच्छ पर्यावरण के विकास में योगदान के लिए इकोफी से साझेदारी कर बेहद उत्साहित हैं। हमारा सब्सक्रिप्शन पर आधारित संपूर्ण ओनरशिप मॉडल स्थायी वित्तीय समाधानों के माध्यम से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने के इकोफी के मिशन के अनुरूप है। एक साथ मिलकर हमारा उद्देश्य कारोबारियों और छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को डीजल से चलने वाले वाहनों को छोड़कर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में सक्षम बनाना है।’’
2019 से लेकर अब तक, अलग-अलग श्रेणियों में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में काफी तेजी देखी गई। इस अवधि में यात्री कारों का 37 फीसदी की मजबूत दर से विकास हुआ, जिसने कारों के 3 फीसदी मार्केट पर कब्जा किया। कमर्शल वाहनों के क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से विकास देखा गया। इस समय इलेक्ट्रिक थ्री वीलर्स का 65 फीसदी मार्केट पर कब्जा है। इलेक्ट्रिक टु व्हीलर को लोगों ने काफी तेजी से अपनाया है। दोपहिया की कुल ब्रिकी में इलेक्ट्रिक टु व्हीलर ने 7 फीसदी का योगदान दिया है।