लोकसभा चुनाव-2024 के चुनाव पर्व को फेयर एण्ड फ्री करवाने के लिए अधिकारियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण में चुनाव प्रक्रिया में लगाए गए अधिकारियों के स्वयं के वोट डालने के लिए भरे गए फार्म 12 और 12ए
फरीदाबाद, 23 अप्रैल। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि ट्रेनिंग सही करी है, तो निश्चित तौर पर सफल मतदान प्रक्रिया होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने लोकसभा चुनाव-2024 प्रक्रिया से जुड़े सहायक रिटर्निंग अधिकारी, सेक्टर ऑफिसर्स, प्रजाइडिंग ऑफिसर और सहायक प्रजाइडिंग ऑफिसर को ट्रेनिंग में सफल चुनाव संचालन के लिए टिप्स दिए।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव-2024 के चुनाव पर्व को फेयर एण्ड फ्री करवाने के लिए अधिकारियों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में चुनाव प्रक्रिया में लगाए गए अधिकारियों के स्वयं के वोट डालने के लिए फार्म 12 और 12 ए भी भरवाए गए हैं। ताकि वे चुनाव में ड्यूटी के साथ साथ मतदान करने के भागीदार बन सकें। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह आज मंगलवार को प्रशिक्षण के दूसरे दिन अमृता अस्पताल के ऑडिटोरियम में भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार लोक सभा चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सहायक रिटर्निंग अधिकारी, सेक्टर ऑफिसर्स, प्रजाइडिंग ऑफिसर और सहायक प्रजाइडिंग ऑफिसर को लोक सभा पर्व चुनाव-2024 के सफल चुनाव संचालन के लिए चुनाव प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न ऑफिसर्स को टिप्स दे रहे थे। बाक्स:-ज़िला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि लोकसभा आम चुनाव में पोलिंग पार्टियो में शामिल कोई भी अधिकारी ड्यूटी के दौरान गैर हाजिर रहा अथवा चुनाव में ड्यूटी कटवाने के लिए किसी भी प्रकार की सिफारिश करवाता है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 134ए व भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि रैंडमाइजेशन प्रक्रिया एनआईसी हरियाणा द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी कराई गई हैं।
उन्होंने बताया कि रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत चुनाव के समय भारत निर्वाचन आयोग की नियमावली के अनुसार पोलिंग स्टाफ के रूप में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटियां निर्धारित की जाती है। जिला में आगामी 25 मई को लोकसभा आम चुनाव मतदान प्रक्रिया के मद्देनजर सभी बूथों पर निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत पोलिंग पार्टियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं आयोग की हिदायतों के अनुसार जिला के छ: विधानसभा क्षेत्रों में सभी पोलिंग बूथ के अलावा रिजर्व में रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।बॉक्स ज़िला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में ड्यूटी पर लगाए गए वे अधिकारी जो कि फरीदाबाद लोक सभा क्षेत्र के हैं तथा अन्य लोक सभा क्षेत्रों में मतदाता हैं, ऐसे मतदाताओं के लिए फार्म 12 व फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के अलावा अन्य लोक सभा क्षेत्र में मतदाताओं के लिए फार्म 12 भरना अनिवार्य है। ताकि वे भी चुनाव पर्व में मतदान के भागीदार बन सकें।
बता दें कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जिला फरीदाबाद में निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार आरओ, एआरओ, सेक्टर ऑफिसर्स, बूथ प्रजाइडिंग ऑफिसर और सहायक प्रजाइडिंग ऑफिसर को रैंडमली प्रथम चुनाव प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया कवरेज के लिए मतदान केन्द्रों पर आने मीडिया पर्सन से बात करके भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार मीडिया कवरेज मतदान केंद्रों पर लगी हुई लाइनों की ही करवाए। मोबाइल लेकर मतदान केन्द्रों के भीतर कोई भी व्यक्ति नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों में उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में मॉक पोल कराकर ईवीएम को क्लीयर करके क्लोज जरूर करें। मतदान दौरान हर दो-दो घण्टे में मतदान प्रतिशत की जानकारी सेक्टर ऑफिसर्स के जरिये सहायक रिटर्निंग अधिकारी को देना सुनिश्चित करें। भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार मतदान केंद्र पर प्रजाइडिंग ऑफिसर द्वारा भरे जाने वाले फार्मों के साथ साथ समय पर भरना सुनिश्चित करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा जिला फरीदाबाद के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में 1570 बूथ बनाए गए हैं। इनमें पृथला विधानसभा क्षेत्र में 218, फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में 270, बड़खल विधानसभा क्षेत्र में 289, बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 236,फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र में 228 और तिगांव विधानसभा क्षेत्र में 329 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सीईओ जिला परिषद सतबीर मान और डीडीपीओ कैप्टन प्रदीप कुमार द्वारा संयुक्त रूप से चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी अधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षित करते हुए कहा कि Assistant Returning Officer /सहायक वापसी अधिकारी को लोक सभा चुनाव में किस प्रकार काम करना, चुनाव की तैयारियों में कैसे सहायता करना, मतदान केंद्रों की जांच किस तरह से करनी है, बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। वहीं Sector Officer/ सेक्टर अधिकारी द्वारा मतदान केंद्रों की निगरानी करना, मतदान अधिकारियों की तैयारियों के संगठित करना, मतदान प्रक्रिया की स्मूथ प्रचलन सुनिश्चित करने बारे में बारीकी से प्रशिक्षण में जानकारी दी गई।
उन्होंने Presiding Officer / प्रैजाइडिंग अधिकारी को मतदान केंद्र पर सामान्य निगरानी में बिजली, पेयजल, रैम्प सहित निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार अन्य मूलभूत सुविधाओं की चेकिंग करना, मतदान प्रक्रिया का प्रबंधन करना, चुनाव अधिकारियों की गणना और भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार प्रबंध करने बारे में विस्तृत जानकारी दी। वहीं Assistant Presiding Officer /सहायक प्रैजाइडिंग अधिकारी द्वारा प्रैजाइडिंग अधिकारी के साथ सहायता करना, मतदान प्रक्रिया में सहायता प्रदान करना, मतदान केंद्र की सुरक्षा और क्रियान्वयन में सहायता करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
उन्होंने प्रशिक्षण कार्यशाला में बताया कि Returning Officer /रिटर्निंग ऑफिसर को मतदान के सभी प्रक्रियाओं का प्रबंधन करना होता है, जिसमें मतदाताओं की सूची का तैयारी, वोटिंग मशीनों का प्रबंधन और नतीजों का घोषणा शामिल होता है। वहीं Assistant Returning Officer /सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को पूरा सहयोग/ समर्थन करना हैं, उन्हें अपने कार्यों का सही तरीके से पूरी मदद करनी हैं। इसके अलावा Sector Officer/ सेक्टर अधिकारी को मतदान केंद्र के अलग अलग विभागों का तमाम प्रबंधन करना होता है, जिसमें उम्मीदवारों के पंजीकरण, मतदान केंद्रों की तैयारी और सुरक्षा शामिल है। प्रशिक्षण कार्यशाला में Presiding Officer मतदान केंद्र के प्रैजाइडिंग अधिकारी को मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया का संचालन कैसे करना होता है। Assistant Presiding Officer/सहायक प्रैजाइडिंग अधिकारी को पूरी निष्ठा के साथ साथ मतदान केन्द्रों पर मदद करने और मतदान केंद्र पर सभी तकनीकी और व्यवस्थात्मक काम करना हैं।
सीईओ जिला परिषद सतबीर मान ने प्रशिक्षण के दौरान मार्क-पोल मतदान विधि के लिए EVM /इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, VVPAT/ वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल, CU /कंट्रोल यूनिट, और BU/बैलेट यूनिट के बेहतर क्रियान्वयन और सेटिंग की पूरी बारीकी से विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि EVM /इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को सुनिश्चित करें कि EVM चालू है और सही तरह से काम कर रही है। स्क्रीन साफ और मतदाताओं के लिए पूरी तरह से ठीक है, यह सुनिश्चित करें। वहीं उम्मीदवारों का चयन करने के लिए बटनों की प्रतिक्रिया की पूरी निष्ठा के साथ साथ जाँच करें। साथ ही चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि EVM को सुरक्षित रूप से रखा गया है और मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। मतदान शुरू होने से पहले, मतदान केन्द्रों पर उम्मीदवारों के मतदान एजेंटों और मतदाताओं को EVM के सही काम की डेमो के रूप में उन्हें आत्मसात करने के लिए एक नकली वोट कराएं। VVPAT/वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल, सुनिश्चित करें कि VVPAT प्रिंटर EVM से ठीक तरह से कनेक्ट करना पूर्णतया सुनिश्चित करें। पेपर रोल को सही ढंग से लोड करें और यह भी तय करें कोई जाम नहीं है। साथ सुनिश्चित करें कि VVPAT डिस्प्ले स्पष्ट और मतदाताओं के लिए उचित दृश्यमान है। वहीं VVPAT प्रिंटर की जांच करें और सुनिश्चित करें कि यह सही तरह से काम कर रहा है। मतदाताओं को EVM पर अपने वोट को सत्यापित करने के बाद VVPAT पेपर ऑडिट ट्रेल पर जांच करने के लिए निर्देश प्रदान करें। चुनाव पर्व प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी सुनिश्चित करें कि CU की मेमोरी साफ है और वोटों को सही तरह से रिकॉर्ड करने के लिए तैयार है। यह सुनिश्चित करने के लिए अंतिम जांच करें कि CU अपने दोनों EVM और VVPAT के साथ सही ढंग से संचार कर रहा है। BU/ बैलेट यूनिट को सुनिश्चित करें कि BU EVM और CU से सही ढंग से कनेक्ट है। इसके अलावा यह सुनिश्चित करें कि BU पर उम्मीदवारों के लिए बटन सही ढंग से लेबल किए गए हैं और चुनाव में उम्मीदवारों के लिए सही हैं।
प्रशिक्षण कार्यशाला में एमसीएफ के कमिश्नर स्वप्निल पाटिल, सीईओ जिला परिषद सतबीर मान, एसडीएम बड़खल अमित मान, ज्वाइंट कमिश्नर एमसीएफ गजेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।