जिला में 18-19 वर्ष के युवाओं को वोट बनवाने और लोकतंत्र के महापर्व में आहुति डालने के लिए करें प्रेरित व जागरूक
- मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं का स्वीप गतिविधियों के माध्यम से करें जागरूक
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 18वी लोकसभा आम चुनाव-2024 के दौरान मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं को स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) गतिविधियां चलाकर विभिन्न माध्यमों से जागरूक करते हुए उन्हें मतदान केंद्र तक चलकर आने के लिए प्रेरित करें ताकि वे स्वयं अपना वोट डालने के लिए आगे आएं। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पोलिंग स्टेशनों पर सेल्फी पॉइंट तैयार किए जाए। इसके अलावा, युवा मतदाताओं को मतदान करने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित किया जाए। इसके साथ ही मतदान करने के बाद क्यूआर कोड को स्कैन करके फोटो अपलोड करने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने मतदाताओं से आह्वान किया कि वे लोकसभा आम चुनाव में शत प्रतिशत मतदान का संकल्प लें। उन्होंने बताया कि मतदाता ऑनलाइन संकल्प लेकर सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर सकते हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव के दौरान जिला में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं को अधिक जागरूक करने के लिए ईसीआई और हरियाणा निर्वाचन कार्यालय द्वारा तैयार की गई वीडियो को स्थानीय केबल टीवी नेटवर्क के माध्यम से दिखाया जाए और ऑडियो को एफएम (FM) के माध्यम से प्रसारित किया जाए। हरियाणा राज्य परिवहन की बसों पर मतदान जागरूकता व स्वीप से संबंधित प्रचार सामग्री चस्पा की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला सचिवालय, सरकारी भवनों आदि के पास मतदाता जागरूकता संबंधित बैनर, पोस्टर व स्टीकर लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला में 18-19 वर्ष के युवाओं को वोट बनवाने के लिए जागरूक करें और लोकतंत्र के महापर्व में आहुति डालने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला में स्थित विद्यालयों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय में ऐसे युवा जिनकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो चुकी है और उनकी वोट अभी तक भी नहीं बनी है ऐसे युवाओं को वोट बनवाने व वोट डालने बारे प्रेरित व जागरूक किया जाए। युवाओं को वोट डालने के लिए शपथ दिलाई जाए। इसके अलावा ट्रांसजेंडर को भी मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत हर पोलिंग स्टेशन के बाहर कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए ताकि पोलिंग स्टेशनों की निगरानी प्रभावी रूप से की जा सके। उन्होंने कहा कि हर पोलिंग स्टेशन के बाहर टोल फी नम्बर 1950, सीईओ और डीईओ कार्यालयों के टेलीफोन नम्बर लगाएं जाएं ताकि यदि मतदाताओं को किसी प्रकार की समस्या आती है तो वह तुरंत उसकी सूचना जिला प्रशासन को दे सकें।