एमएसएमई महोत्सव : देश की जीडीपी में 30 फीसदी भागीदारी, 15 करोड़ से अधिक रोजगार देने वाले इस सेक्टर की अनदेखी नहीं की जा सकती : राज्पाल
Faridabad : प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देश की जीडीपी में 30 फीसदी भागीदारी आज एमएसएमई सेक्टर की है। एमएसएमई देश भर में 15 करोड़ से अधिक रोजगार देने वाला सेक्टर बन गया है। यूं कहें कि एमएसएई देश की आर्थिक प्रगति की रीढ़ मानी जाती है। ऐसे में इस सेक्टर की अनदेखी नहीं की जा सकती। राज्यपाल ने उद्योगों के लिए बनने वाली योजनाओं और कानूनों पर इनके सुझाव लेने की जरूरत भी बताई।
राज्यपाल यहां मैगपाई में ऑल इंडिया फोरम आफ एमएसएमई(आईफोम) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय एमएसएमई महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर असम के पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि कुल एक्सपोर्ट में 50 प्रतिशत भागीदारी के साथ एमएसएमई सेक्टर आज समय की आवश्यकता बन गया है। इस समय 7 करोड़ से अधिक एमएसएमई इकाइयों ने अपना “उद्यम पंजीकरण” करवा देश में संचालित हो रही हैं और इतनी ही अभी पंजीकरण की लाइन में है। राज्यपाल ने बताया कि हरियाणा में 1.5 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयां संचालित हो रही हैं। जिनमें से केवल फरीदाबाद में 25000 से अधिक इकाईयां है।
लेटेस्ट तकनीक, अच्छी क्वालिटी पर जोर
मुख्य अतिथि राज्यपाल दत्तात्रेय एवं पूर्व राज्यपाल जगदीश मुखी ने उद्यमियों से अपने यूनिटों में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने और क्वालिटी को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया। साथ ही देश के विकास में महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने की वकालत की। दोनों वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि बगैर आधी आबादी को आगे बढ़ाए देश को विकसित राष्ट्र बनाना संभव नहीं है। इस दौरान अतिथियों ने कई उद्यमियों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में आईफोम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएस कपूर, महासचिव अनिल चौधरी, चीफ पैटर्न रिटा. आईएएस एनसी वाधवा, एमएसएमई के डायरेक्टर डॉ. आरके भारती, मोटीवेटर चंद्रशेखर, डॉ. केके गोयल समेत अन्य उद्यमी मौजूद रहे।