इंडस्ट्री के सहयोग से ही कौशल विकास संभव -राणा
श्री विश्वकर्मा कौशल विद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों में तीन इंडस्ट्री पार्टनर के साथ किया समझौता
फरीदाबाद। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि इंडस्ट्री के सहयोग से ही कौशल का विकास संभव है। इसीलिए कौशल आधारित प्रत्येक प्रोग्राम को इंडस्ट्री के साथ एकीकृत किया जा रहा है। वह बृहस्पतिवार को इंडस्ट्री पार्टनर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के उपरांत बोल रही थी। इस दौरान श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने तीन इंडस्ट्री पार्टनर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
पहला समझौता अहमदाबाद की सर्वत्र इनफ्राकॉन के साथ हुआ। वायस प्रेजिडेंट वैभव टंडन और प्रबंध निदेशक धवल सोलंकी ने कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा के साथ समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया। इस कंपनी के माध्यम से विद्यार्थी होस्पिटेलिटी और फूड प्रोडक्शन के क्षेत्र में ऑन द जॉब ट्रेनिंग करेंगे।
दूसरा एमओयू प्रियंका इंपेक्स के साथ हुआ। निदेशक जोगिंद्र शर्मा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। तीसरा एमओयू टेक व्यू रिसर्च एंड प्रोसेसिंग कंपनी के साथ हुआ। निदेशक दिनेश शर्मा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अंतर्गत सिलाई के शॉर्ट टर्म कोर्स कर रहे विद्यार्थी इन कंपनियों में ऑन द जॉब ट्रेनिंग कर पाएंगे।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आरएस राठौड़ ने कहा कि इसके माध्यम से विद्यार्थियों को सीखने को मिलेगा। उन्होंने सभी इंडस्ट्री पार्टनर को बधाई दी। इंडस्ट्री इंटीग्रेशन सेल के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी ने सभी इंडस्ट्री पार्टनर का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर उपनिदेशक अमिष अमेय और होस्पिटेलिटी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिमांशु मालिक भी उपस्थित थे।