आईएमए फरीदाबाद और मेदांता अस्पताल गुरुग्राम के सौजन्य से हुई मेडिकल संगोष्ठी में वास्कुलर सर्जरी पर डॉ. राजीव पारेख ने नई तकनीक के बारे में दी जानकारी
फरीदाबाद, 19 जनवरी। आईएमए फरीदाबाद और मेदांता अस्पताल गुरुग्राम के सौजन्य से एक मेडिकल संगोष्ठी का आयोजन फरीदाबाद नीलम बाटा रोड स्थित होटल मिलिनियम में देर शाम गुरुवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएमए फरीदाबाद के प्रेसिडेंट डॉ दिनेश गुप्ता ने की । मंच संचालन वाईस प्रेसिडेंट डॉ अनिल डुडेजा और डॉ कामना बक्शी ने किया। इस मौके पर आईएमए हरियाणा के संरक्षक डॉ नरेश जिंदल वशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस संगोष्ठी में जानेमाने मेदांता हॉस्पिटल के वास्कुलर सर्जरी के चेयरमैन डॉ. राजीव पारेख मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे ।
इस अवसर पर डॉक्टरों को बताय की “वैस्कुलर सर्जरी का परिष्कृत प्रभाग एक सक्षम सुविधा है जो पेरिफेरल वैस्कुलर और एंडोवास्कुलर सर्जरी में एक व्यापक निदान और चिकित्सीय सेवा प्रदान करता है; हाइब्रिड ज़ीगो कैथ लैब सहित उन्नत तकनीक द्वारा समर्थित, एक रोबोटिक भुजा के साथ जिससे बढ़िया एंडोवास्कुलर रोबोटिक सर्जरी की सुविधा मिलती है” उन्होंने बताया की , “डीवीटी का निदान करने के लिए सबसे अच्छा तरीका कलर डॉपलर परीक्षा करना है जो रक्त वाहिकाओं के लिए एक विशेष अल्ट्रासाउंड है। यह परीक्षण थक्कों की सीमा निर्धारित कर सकता है – चाहे वे पैरों तक ही सीमित हों या पेट की वाहिकाओं तक पहुंच गए हों।”
थ्रोम्बोसिस के कारणों के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि थ्रोम्बोसिस होने के प्रमुख कारण हैं: हाइपरकोएग्युलेबिलिटी या रक्त की बढ़ी हुई मोटाई – रक्त में थक्के जमने वाले कारकों की उच्च सांद्रता से घनास्त्रता की संभावना बढ़ जाती है। आमतौर पर इसके लिए वंशानुगत स्थितियां जिम्मेदार होती हैं। हाइपरकोएग्यूलेबिलिटी को थ्रोम्बोफिलिया के नाम से भी जाना जाता है। सर्वश्रेष्ठ टेक्नॉलजी द्वारा आज इस बीमारी का इलाज संभव और आसान हो गया है।
डॉ. राजीव पारख ने बताया की जीवन शैली में बदलाव करके भी इस बीमारी को होने से रोका जा सकता है , धूम्रपान रोकने जैसे परिवर्तनीय जोखिम कारकों का उन्मूलन या नियमित शारीरिक व्यायाम वैकल्पिक छोटी वाहिकाओं को खोलने में मदद करता है जो संपार्श्विक रक्त प्रवाह प्रदान करते हैं और शारीरिक गतिविधि की सीमा को रोकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना पीवीडी को रोकने का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है। संगोष्ठी के अंत में डॉ दिनेश गुप्ता प्रेसिडेंट ने डॉ. राजीव पारेख का प्लांट देकर के और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अश्विनी वधावन,सेक्रेटरी ,डॉ योगेश गुप्ता ट्रेजर , डॉ बिजेंद्र सिंह वाइस प्रेसिडेंट ,डॉ कुमार बख्शी वाइस प्रेसिडेंट , डॉ अनिल डूडेजा वाइस प्रेसिडेंट ,डॉ नरेश जिंदल पैटर्न , डॉ अनिल मलिक पूर्व हरियाणा स्टेट प्रेसिडेंट ,डॉ प्रताप सिंह , डॉ कुमार रामानंद रस्तोगी , डॉ दीपा गुप्ता , डॉ रीता डूडेजा , डॉअरुण गुप्ता ,डॉ राजेंद्र कुमार ,डॉ राजीव सक्सेना , डॉ एस एल मेहरा, डॉ कनिका सिरोही सहित कई डॉक्टर्स उपस्थित रहे।