22 जनवरी को दीवाली से भी बड़ा त्यौहार मनाएं लोग – राजेश नागर
विधायक राजेश नागर ने बीपीटीपी क्यू ब्लॉक में जरूरतमंदों में कंबल वितरित कर भोजन कराया
फरीदाबाद, 14 जनवरी। बीपीटीपी क्यू ब्लॉक आरडब्ल्यूए की ओर से मकर संक्रांति के अवसर पर जरूरतमंदों को कंबल का वितरण किया गया और उन्हें भोजन कराया गया। इस अवसर पर विधायक राजेश नागर ने कहा कि इस 22 जनवरी को सभी लोग दीवाली से भी बड़ा त्यौहार मनाएं। उन्होंने कहा कि आज 550 वर्षों के बाद भगवान श्रीराम का मंदिर लोकार्पित होने जा रहा है। 22 जनवरी के दिन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा भगवान श्रीराम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इन दिन पूरी दुनिया भगवान श्रीराम लला को सम्मान दे रही है। अनेक देशों ने इस दिन छुट्टी की घोषणा की है कि सनातनी परिवार अपने भगवान के सम्मान को त्यौहार के रूप में मना सकें। यूके और मॉरीशस जैसे देशों में भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण होगा।
नागर ने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे मजबूत और पॉपुलर नेता हैं। उन्हें करीब 76 प्रतिशत वोट मिले हैं। उन्होंने एक ऐसा माहौल बना दिया है कि लोगों को सनातनी होने पर गर्व हो रहा है। उनके अथक प्रयासों से हमें यह अवसर प्राप्त हो रहा है कि हमारे भगवान श्रीराम अयोध्या में नवनिर्मित भव्य मंदिर में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम सभी के हैं। सभी को पार्टी लाइन से अलग होकर एक भारतीय के नाते भगवान के स्वागत में अपने मन मंदिर और घर को सजाना चाहिए।
विधायक राजेश नागर ने कहा कि मैं आपके क्षेत्र के विकास के काम में लगा हुआ हूं। सभी काम होंगे। आपके किन्हीं कामों के बारे में हम जल्द आपस में बात कर लेंगे। उन्होंने बताया कि यहां भी एक मंदिर को लेकर बिल्डर परेशान कर रहा था लेकिन उसे समझा दिया गया है कि जनता को परेशान न करें और अब मंदिर बन रहा है। इस अवसर पर बीपीटीपी आरडब्ल्यूए क्यू ब्लॉक की अध्यक्ष सीमा भारद्वाज व निवासियों ने विधायक राजेश नागर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विधायक नागर हमारी हर मांग को सुनते हैं और उन्हें पूरा करने का प्रयास करते हैं। ऐसे सरल विधायक का हम अभिनंदन करते हैं। इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के उत्तर भारत संपर्क प्रमुख सतेन्द्र सौरोंत, प्रचारक स्वावलंबी हरियाणा के संयोजक कुलदीप पूनिया, एडवोकेट शिवदत्त वशिष्ठ, पूर्व पार्षद राजेश तंवर, भाजयुमो जिला सचिव अक्षय आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।