स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले अग्रिम स्वतंत्रता सेनानी थे राजा नाहर सिंह: धनखड़
महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह का बलिदान सदैव स्मृतियों में रहेगा
फरीदाबाद, 31 दिसम्बर। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव औमप्रकाश धनखड़ महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह में भागीदार बने। उन्होंने उपस्थित जन को संबोधित करते हुए कहा कि राजा नाहर सिंह ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अपनी बहादुरी और युद्ध कौशल से अंग्रेजी सेना को हराया। ऐसे महान शूरवीर की प्रतिमा बल्लबगढ़ के दशहरा मैदान में स्थापित होने से आने वाली पीढिय़ों में देश भक्ति का जज्बा और जुनून पैदा करती रहेगी।
धनखड़ ने 52 पाल की सरदारी का अभिनंदन करते हुए कहा कि राजा नाहर सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा अनावरण में भागीदार बनना ही अपने आप में गौरव व गर्व की अनुभूति होती है। 52 पाल की सरदारी ने देश के महान सपूत की प्रतिमा स्थापित कर प्रशंसनीय कार्य किया है।
धनखड़ ने महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह को नमन और 52 पाल की सरदारी का अभिनंदन करते कहा कि मात्र 18 वर्ष की आयु में 1939 में राजा नाहर सिंह ने राजा का दायित्व संभाला, जब दुनिया की शक्तिशाली अंग्रेज सेना दिल्ली की तरफ बढ़ रही थी।
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम उनकी बहादुरी को देखते हुए दक्षिण हरियाणा की ओर दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने अंग्रेजी सेना को बुरी तरह से हरा दिया।
अंग्रेज उनके पराक्रम से परास्त हुए और षडय़ंत्र के तहत दिल्ली बुलाया और महान योद्धा जब नहीं झुके तो उनको धोखे से फंासी दे दी गई। ऐसे महान योद्धा इतिहास में कम ही मिलते है जिन्होंने राजकाज की चिंता न करते हुए मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया।
धनखड़ ने कहा कि मात्र 36 वर्ष की आयु में महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह के युद्ध कौशल, बहादुरी, न्यायप्रिय व्यवस्था की चर्चा दुनिया भर होने लगी थी। अंग्रेज शासक समझ गए थे कि राजा नाहर के रहते दिल्ली को कब्जे में लेना असंभव है और अंग्रेज शासकों ने समझौते के लिए दिल्ली में राजा नाहर के साथ धोखा किया और 36 वर्ष की आयु में देश के लिए शहादत दी।
प्रतिमा अनावरण समारोह में देशभर से प्रमुख लोग शामिल हुए इनमें गुजरात के राज्यपाल देववर्त आर्य, सांसद हेमा मालिनी, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, सतबीर डागर, जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, विधायक प्रवीण डागर, राजेश नागर, नरेंद्र गुप्ता, राजकुमारी दीपा, अरूण जेलदार 52 पाल अध्यक्ष, गोपाल शर्मा सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी पंहुचे।