रंजीता मेहता ने दृष्टिहीन छात्रों का बढ़ाया हौसला
चंडीगढ़ 4 दिसंबर। सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र ने ट्राइसिटी इंटरस्कूल प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें भारत के सालिटियर जनरल सत्यपाल जैन एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता मुख्य अतिथि रहीं। प्रधानाचार्य दीपेन्द्र कांत ने उनका स्वागत किया। एनआईआईटीटीआर सेक्टर 26 के सभागार में संगीत, नृत्य और कला में 8वीं ट्राइसिटी इंटरस्कूल प्रतियोगिता के लिए सतयुग दर्शन ट्रस्ट (पंजीकृत) की ओर से आयोजित हुआ।
प्रधानाचार्य दीपेन्द्र कांत ने बताया कि यह संगठन, सतयुग दर्शन ट्रस्ट, जिसका मुख्यालय फऱीदाबाद, हरियाणा में है, 2005 में अपनी स्थापना के बाद से संगीत और कला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। पिछले कुछ वर्षों में, हमने “सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र” नाम से 18 संगीत केंद्र स्थापित किए हैं। हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद से संबद्ध। हमारी एक प्रमुख शाखा चंडीगढ़ और पंचकुला में संचालित होती है। इन कला केंद्रों का प्राथमिक लक्ष्य न केवल संगीत प्रतिभा का पोषण करना है बल्कि हमारे छात्रों में आध्यात्मिक मूल्यों को स्थापित करना भी है।
हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से, छात्र न केवल अपने चुने हुए कला रूपों में महारत हासिल करते हैं बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक संबंध भी विकसित करते हैं, जिससे वे दुनिया को ईश्वर का संदेश देने में सक्षम होते हैं। हम एक सौम्य और सामंजस्यपूर्ण समाज को बढ़ावा देने के लिए समभाव और सम-दृष्टि के अभ्यास में विश्वास करते हैं। 18वीं वर्षगांठ के अवसर पर, सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र ट्राइसिटी इंटरस्कूल प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। इस प्रतियोगिता में द इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड्स के प्रतिभाशाली नेत्रहीन छात्रों के साथ-साथ ट्राइसिटी के विभिन्न स्कूलों की विभिन्न धाराओं की 30-35 से अधिक टीमें मनमोहक संगीत और नृत्य प्रस्तुतियां दी गईं।