एकॉर्ड अस्पताल में कैंसर को लेकर जागरूकता सेमिनार आयोजित
फरीदाबाद, 27 नवम्बर। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल में पेट और अग्नाशय के कैंसर को लेकर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. राम चंद सोनी, डॉ. राघव केसरी, डॉ. तन्वी सावंत और डॉ. जितेंद्र मोहन झा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। शहर के वरिष्ठ गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. राम चंद सोनी ने बताया कि यह समझना महत्वपूर्ण है कि कैंसर किसी को भी प्रभावित कर सकता हैं। इसके लक्षणों, जोखिम कारकों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता लाना है। इस मौके पर डॉ. राघव केसरी ने कहा की कैंसर से बचने के लिए गुटखा, सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। यह कैंसर का एक मुख्य कारण है।
वहीं शुभारंभ में पान, बीड़ी, गुटखा, सिगरेट नहीं लेने का संकल्प दिलाया गया। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी से संबद्ध पत्रिका जेसीओ ग्लोबल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में विशेषज्ञों ने कहा है कि हमें इस गंभीर रोग के जोखिमों को लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अध्ययन के अनुसार, 2000 से 2019 के बीच जिन कैंसर के कारण सबसे अधिक मृत्यु के मामले दर्ज किए गए हैं, फेफड़े, स्तन, कोलोरेक्टम, लिम्फोमा, मल्टीपल मायलोमा, पित्ताशय, अग्न्याशय, किडनी और मेसोथेलियोमा के कैंसर उनमें प्रमुख हैं। पुरुषों और महिलाओं के बीच अग्नाशय कैंसर के कारण मृत्युदर सबसे अधिक 2.7 प्रतिशत है। पुरुषों में इस कैंसर के कारण मृ्त्युदर में 2.1 प्रतिशत और महिलाओं में 3.7 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई।
विशेषज्ञों ने कहा पेट, अन्नप्रणाली, ल्यूकेमिया और मेलेनोमा कैंसर से मृत्यु दर में गिरावट देखी गई। अध्ययन में पाया गया है कि थायरॉइड (0.6) और पित्ताशय (0.6) कैंसर को छोडक़र सभी सामान्य कैंसरों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों में कैंसर से मृत्यु दर अधिक थी। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और ऑन्कोलॉजी टीम इन कैंसर के बारे में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि और जानकारी प्रदान करती है। इस मौके पर लोगों ने डॉक्टरों ने विशेषज्ञों से सवाल जवाब भी किए। जिनके डाक्टरों ने बखूबी जवाब दिए।