ERV पुलिस टीम ने फरीदाबाद गुड़गांव सड़क मार्ग मागंर के पास सड़क किनारे झाड़ियों में मिले डेढ़ वर्षीय बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, बच्चे को मिला जीवनदान।
बच्चा ठंड के कारण बहुत कांप रहा था, ERV इंचार्ज ओमवीर ने बच्चे को टावल से ढका/ लपेटा और तत्परता दिखाते हुए पहुंचाया अस्पताल
फरीदाबाद, 25 अक्टूबर। पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश के तहत डायल 112 टीम द्वारा झाड़ियों में पड़े एक डेढ़ वर्षीय बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर तथा पुलिस चौकी नंबर तीन प्रभारी संजय कुमार द्वारा बच्चे का प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाकर, जान बचाने का सराहनीय कार्य किया है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि रात 9:21 बजे ईआरवी 209 को सूचना प्राप्त हुई की फरीदाबाद- गुड़गांव रोड पर एक डेढ़ वर्षीय बच्चा झाड़ियां में पड़ा है जो ठंड से कांप रहा है।
पुलिस टीम में शामिल उप निरीक्षक ओमबीर, सिपाही संजीत तथा एसपीओ जयसिंह सूचना मिलते ही बिना देरी के तुरन्त मौके पर पहुंचे जहां पर मौजूद राहगीर रोहित निवासी फरीदाबाद जिसने डायल 112 पर पुलिस को सूचित किया था ने बताया कि बच्चा झाड़ियों में रो रहा था । पुलिस टीम ने देखा तो बच्चा ठंड से बुरी तरह कांप रहा था। पुलिसकर्मियों ने बच्चे को तुरंत एक कपड़े और तौलिया में लपेटा तथा बिना देरी किए उसे लेकर तुरंत बीके अस्पताल पहुंचे। वहां पर पहुंचते ही बच्चे को तुरंत उपचार दिया गया।
और सफदरजंग का रेफर कर दिया गया था। चौकी इंचार्ज टाउन नंबर 3 ने बच्चे का फरीदाबाद में ही प्राइवेट सन्तोष हॉस्पिटल में इलाज के एडमिट करवा दिया बच्चे का इलाज किया जा रहा था, की करीब 11 बजे, बच्चे के माता-पिता पुलिस चौकी नंबर 3 में पहुंचे और उन्होंने बताया कि वह राजस्थान के रहने वाले हैं और दशहरे के अवसर पर झूला लेकर फरीदाबाद के एनआईटी ग्राउंड में आए थे जहां वह झूला लगाकर अपना रोजगार चलाते हैं। उनका बच्चा कहीं गुम हो गया है। उन्होंने बताया कि उनका डेढ़ वर्षीय बच्चा उनके साथ था परंतु मेले में भीड़ के कारण वह खो गया। उन्होंने बताया कि रावण दहन और मेला खत्म होने के बाद काफी देर तक बच्चे को ढूंढते रहे परंतु बच्चा नहीं मिला तो वह शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस चौकी आये है।
चौकी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि आपका बच्चा अस्पताल में है और सुरक्षित है। पुलिस टीम परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची। इलाज के पश्चात बच्चे को सुरक्षित उनके माता-पिता के हवाले किया गया। बच्चे के परिजनों ने कहा की उन्हें किसी पर कोई शक नहीं है और वह किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहते तथा अपने बच्चों को अपने साथ लेकर अपने घर भरतपुर राजस्थान जाना चाहते हैं। बच्चे के माता-पिता द्वारा पुलिस टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनकी प्रशंसा की और उनका तहे दिल से धन्यवाद किया।