धू-धू कर जला रावण, हुई अधर्म पर धर्म की विजय
सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर श्री सनातन धर्म महाबीर दल मार्केट नंबर 1, में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया दशहरा पर्व
फरीदाबाद, 24 अक्टूबर। अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक दशहरा का त्यौहार हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर श्री सनातन धर्म महाबीर दल एक नंबर में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जैसे ही रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन हुआ, पूरा मंदिर प्रांगण जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। इस भव्य दृश्य को देखने के लिए समूचे फरीदाबाद के अलग-अलग क्षेत्रों से हजारों की संख्या में बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं ने भाग लिया। मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने बताया कि हर बार दशहरा पर्व को लेकर मंदिर कमेटी कुछ न कुछ नया करने का प्रयास करती है और इस बार गाजियाबाद से कारीगर बुलवाकर रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों को काफी दिन पहले से ही बनवाना शुरू कर दिया था।
इस बार दशहरा पर्व भव्यता के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लिया। उन्होंने अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक दशहरा पर्व की लोगों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि रावण ने जिस प्रकार से माता सीता का अपहरण किया था, उसके बाद भगवान श्री राम ने हनुमान जी के साथ मिलकर न केवल रावण की सोने की लंका खाक कर दी थी बल्कि रावण व उसके पूरे परिवार का वध कर दिया था और इसी के चलते पूरे देश में दशहरा का पर्व पिछली कई पीढिय़ों से मनाया जाता आ रहा है सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर श्री सनातन धर्म महाबीर दल मार्केट नंबर 1 भी 7 दशकों से इस परंपरा का निर्वहन करता आ रहा है। उन्होंने बताया कि मंदिर में विभिन्न प्रकार की मनमोहक झांकियां भी बनाई गई, जिन्हें श्रद्धालुओं ने खूब सराहा।
इस कार्यक्रम में दशहरा बचाओ कमेटी के अमरजीत सिंह भाटिया (सन्नी), बंसीलाल कुकरेजा, राजेश भाटिया (कानपुर वाले), विपिन भाटिया, पवन माटोलिया, कैलाश गुगलानी, लोचन भाटिया, शेर सिंह, राकेश रक्कू, रवि नागपाल, अधिवक्ता मनोज अरोड़ा, रमेश उप्पल, वेद भाटिया, ललित शर्मा, जितेंद्र बचवाल (टीनू), विकास भाटिया (राजे), अजय शर्मा, अनिल अरोड़ा, प्रेम बब्बर, रिंकल भाटिया, गगन अरोड़ा, सचिन भाटिया, आशु अरोड़ा, संदीप भाटिया, रोमी भाटिया, गौरव गुलाटी, अमित नरूला, जतिन गांधी, रविंद्र गुलाटी, कमल कपूर, भरत कपूर, प्रदीप भाटिया, संजय अरोड़ा, लक्ष्मण सिंह, सतीश बांगा, राजा भाटिया, मुकुल कपूर, परीन अरोड़ा व अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे