हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को सहेज को रखने के उद्देश्य से कार्य कर रही है सरकार:रंजीता मेहता

कुरुक्षेत्र 20 अक्टूबर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एक अद्भुत विरासत है। इस विरासत को सहेज को रखने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार प्रयास कर रहे है। इसी उद्देश्य को लेकर जहां कुरुक्षेत्र के एक छोटे से गीता जयंती समारोह को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा दिया, वहीं अंबाला में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा की अहम भूमिका को लेकर एक अंबाला में एक अद्भुत और विशाल संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है, यह तमाम प्रयास प्रदेश की भावी पीढी को हरियाणा की संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए किए जा रहे है।

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता शुक्रवार को जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में बाल महोत्सव 2023 के अंतर्गत जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के समापन अवसर बोल रही थी। इससे पहले मानद महासचिव रंजीता मेहता मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके विधिवत रुप से चौथे दिन की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवा पीढ़ी को सक्षम, कुशल बनाने के साथ-साथ खेलों के प्रति बढ़ावा देने का काम कर रही है, इसके लिए सरकार ने उदार नीतियां भी लागू की है। सरकार ने विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकारी स्कूलों में निजि स्कूलों की तर्ज पर तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई है। इन राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों को इंटरनेट सुविधा के साथ टेबलेट भी मुहैया करवाएं है

उन्होंने कहा कि बाल भवनों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर अच्छा इंसान बनाने का काम किया जा रहा है। बाल भवन में स्लम बस्ती के विद्यार्थियों को गणित, साइंस और ओलंपियाड की शिक्षा भी दी जा रही है। प्रदेश के सभी बाल भवनों में 0 से 18 वर्ष तक के अनाथ व बेसहारा बच्चों का पालन पोषण किया जा रहा है। बाल भवन की तरफ से बच्चों के स्वास्थ्य की नि:शुल्क जांच समय-समय पर की जाती है तथा हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की पूरी कोशिश है कि नए-नए प्रोजेक्टों को बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में शुरू किया जाए इस पर कार्य किया जा रहा है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद जो प्रतियोगिताएं आयोजित करता है, ऐसी प्रतियोगिताओं में बच्चों में छिपी प्रतिभा दिखाई देती है। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई दी।

जिला बाल कल्याण अधिकारी राजेश पूनिया ने कहा कि यह प्रतियोगिताएं 17 से 20 अक्टूबर तक आयोजित की गई है। इन प्रतियोगिताओं के 74 ग्रुपों में 19 तरह की विभिन्न तरह की प्रतियोगिता जिनमें गु्रप डांस, कार्ड मेकिंग, दीया कैंडल डेकोरेशन, थाली पूजन, कलश डेकोरेशन,रंगोली, राष्ट्रीय पेंटिंग प्रतियोगिता, सोलो डांस, स्कैचिंग ऑन दॉ स्पॉट, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, बेस्ट ड्रामेबाज, पेट्रियोटिक ग्रुप सांग, क्वीज प्रतियोगिता, सोलो सांग, वाद विवाद प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस, फन गेम्स, सोलो क्लासिक डांस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में मानद महासचिव रंजीता मेहता को बाल भवन की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इन प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागी अब मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में शिरकत करेंगे। इन प्रतियोगिताओं में दमन शर्मा, बृज शर्मा, सुरभि कटपाल, वीर विकास, रिंकू, राजबीर, रबिया भारती ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की है। इस मौके पर मीना, सुमन शर्मा सहित बाल भवन का अन्य स्टाफ मौजूद था।

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