डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने दशहरा पर्व के अवसर पर डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में मनाए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर छात्रों को दशहरा पर्व की दी हार्दिक शुभकामनाएं
बुराई पर अच्छाई की जीत, झूठ पर सच्चाई की जीत। अहम न करो गुणों पर, यही है दशहरा पर्व की सीख।।
फरीदाबाद। सेक्टर 30 स्थित डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में आज दशहरा पर वी का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। स्कूल प्रधानाचार्य श्रीमती हेमा अरोड़ा ने डीसीपी का प्लांटर व बेज देकर स्वागत किया। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, सैक्टर-30,फरीदाबाद में आज दशहरा पर् विशिष्ट तौर पर मनाया गया। इसका उद्देश्य समावेशिता का अनुभव करना और सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाना था। त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालने के साथ विद्यालय का लक्ष्य पौराणिक चरित्र रावण के जीवन से छात्रों को मूल्यवान सबक प्रदान करना था ।
इस कार्यक्रम में डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा को ओर भी बढ़ा दिया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों के द्वारा वाद्य यंत्रों पर मधुर धुन बजाकर की गई। छात्रों द्वारा बड़े उत्साह के साथ रंगारंग कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए रामलीला व नृत्य का प्रदर्शन किया गया। रामलीला के माध्यम से छात्रों ने यह सिद्ध कर दिया कि बुराई कितनी भी प्रबल क्यों ना हो जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है तथा प्रकाश हमेशा अंधेरे पर विजय प्राप्त करता है।
रामलीला द्वारा संपूर्ण जीवन का ज्ञान समझाया गया कि शुभ कार्य में आलस ना करें तथा अपनों का साथ कभी ना छोड़ें। तदोपरांत विशिष्ठ अतिथि माननीय पूजा वशिष्ठ जी ने दशहरा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए सभी विद्यार्थियों को रामलीला में निहित रावण की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए समझाया कि रावण एक महान ज्ञानी और तपस्वी था। रावण द्वारा लक्ष्मण को दी गई शिक्षा या सीख को हम सभी को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। सभी त्योहारों द्वारा देश की राष्ट्रीय एकता और संस्कृति को एक सूत्र में पिरोने के महत्व को भी उजागर किया गया। तत्पश्चात धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती हेमा अरोड़ा जी ने छात्रों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए संदेश दिया कि हम रावण का पुतला जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत तो प्रदर्शित करते हैं परंतु अपने अंदर की बुराई को खत्म करने पर विचार नहीं करते।
जिस प्रकार दीपक की लौ अंधकार का नाश करने के लिए काफी होती है । उसी प्रकार एक अच्छी विचारधारा वाली सोच अपने अंदर के रावण का नाश करने के लिए काफी है। हर किसी में अच्छाई और बुराई होती है पर हमें जीवन में किसे चुनना है, यह हमें रावण के चरित्र से सीखना चाहिए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात रावण दहन किया गया और पुलिस उपायुक्त द्वारा सभी छात्रों को दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।