यातायात पुलिस ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंगला और एलिप्स कान्वेंट स्कूल जीवन नगर में 600 छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों, सड़क सुरक्षा व बाल अपराध के प्रति किया जागरूक
फरीदाबाद, 09 अक्टूबर। डीसीपी ट्रैफिक अमित यशवर्धन के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए एसीपी ट्रैफिक एनआईटी विनोद कुमार के मार्गदर्शन में ZO विजय कुमार के द्वारा नंगला में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय और एलिप्स कान्वेंट स्कूल पहुंचकर छात्र छात्राओं को ट्रैफिक नियमों, सड़क सुरक्षा व अन्य सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि डीसीपी ट्रैफिक अमित यशवर्धन ने नागरिकों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अहम दिशा निर्देश दिए थे जिसके तहत यातायात पुलिस स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले 600 छात्र छात्राओं को यातायात नियमों तथा सड़क सुरक्षा संबंधित जागरूकता अभियान चला रही है। इसी के अंतर्गत ट्रैफिक पुलिस की टीम आज नंगला और जीवन नगर में स्थित स्कूल प्रिंसिपल, शिक्षकों तथा छात्र छात्राओं ने ट्रैफिक टीम का भव्य स्वागत किया। ट्रैफिक टीम ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि युवावस्था में छात्र बहुत जोशीले होते हैं और वह किसी भी वाहन को बहुत अधिक तेज गति में चलाने के लिए आतुर रहते हैं जिसकी वजह से बड़ी बड़ी सड़क दुर्घटनाएं घटित हो जाती हैं जिसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है।
कुछ छात्र स्कूल से निकलते ही अपने कानों में हेडफोन लगाकर सड़क पर बिना ध्यान दिए चलते हैं जिसकी वजह से कोई भी वाहन उनके साथ टकरा सकता है जिसकी वजह से उन्हें गहरी चोट आ सकती है। इसके अलावा इस युवावस्था में कुछ बच्चे ट्रैफिक नियमों का बहुत अधिक उल्लंघन करते हैं और जल्दी-जल्दी में रेड लाइट जंप करके आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं जिसके कारण दूसरी दिशा से आ रहा वाहन उनके अंदर टकरा जाता है और वह क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। यातायात पुलिसकर्मियों ने छात्रों को समझाते हुए कहा कि वह अपने जीवन का मूल्य समझें। उनके साथ-साथ उनके माता-पिता और साथियों की बहुत सारी उम्मीदें जुड़ी होती हैं परंतु थोड़ी सी लापरवाही के कारण छात्रों का पूरा भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
इसलिए ट्रैफिक नियमों का पालन करें तथा सड़क सुरक्षा पर यात्रा करते समय सड़क सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा छात्र छात्राओं को बाल उत्पीड़न के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ व्यक्ति शराब के नशे में धुत होकर बच्चों के साथ मारपीट करते हैं और उन्हें बहुत गंदी गंदी गालियां भी निकालते हैं। ढाबों पर कुछ ढाबा मालिक बच्चों का उनकी मर्जी के खिलाफ बहुत अधिक शोषण करते हैं जिसकी वजह से बच्चों में मानसिक रूप से तनाव पैदा हो जाता है।
इस प्रकार से यदि छात्रों को कोई भी बच्चा शोषण का शिकार मिले तो वह इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन 112 पर भी सूचना दे सकते हैं पुलिस द्वारा उनकी तुरंत मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके उनको कानून के तहत सख्त सजा दिलवाई जाएगी। इसी के साथ यातायात पुलिसकर्मियों ने बच्चों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाने के साथ ही कार्यक्रम का समापन किया। स्कूल प्रशासन तथा बच्चों ने इस जागरूकता कार्यक्रम के आयोजन के लिए ट्रैफिक पुलिस का तहे दिल से धन्यवाद किया।