सीनियर सिटीजन सेल प्रभारी इंस्पेक्टर माया व उनकी टीम ने सेक्टर-8 के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में करीब 750 छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध व महिला विरुद्ध अपराध के प्रति किया जागरूक
फरीदाबाद, 06 अक्टूबर। साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल के दिशा निर्देश के तहत सीनियर सिजटीन सेल प्रभारी इंस्पेक्टर माया ने अपनी टीम के साथ सेक्टर-8 के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल 750 छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध और महिला विरुद्ध अपराध के संबधं में जागरुक करते हुए इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्य सिस्टर अनुपमा व स्कूल का स्टाफ मौजूद रहे। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल के सभागार में सभी छात्र- छात्राओं को साइबर अपराध के संबंध में जागरुक कर इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। आजकल साइबर अपराध से लोगो को नए-नए तरिके से ठगा जा रहा है।
जिसमें ठग सिम को 5 जी में बदलने के लिए कॉल, होम लोन के कॉल, लाटरी के कॉल इत्यादि के नाम पर लोगो को ठगने की कोशिश कर रहे है। हमें किसी को भी फोन पर ओटीपी सीसीवी नम्बर, एटीएम नम्बर, किसी भी लिंक पर क्लिक न करे और पेमेंट के लिए क्यूआर कोर्ड ने भेजे। उन्होने बताया कि बच्चो को गुड व बेड टच, सोशल मीडिया से होने वाले क्राइम, यातायात नियमों के प्रति जागरुक करने का काम कर रही है।
प्रत्येक बच्चे को अपने अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए ताकि वह इस समाज की बुराइयों से लड़ सके और अपने हक के लिए आवाज उठा सकें। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी इस सामाजिक जीवन में आज कल मुख्य रुप से सोशल मीडिया से होनो वाले क्राइम को देखते है। इसलिए सभी विद्यार्थी को सोशल मीडिया से होने वाले क्राइम से सावधान रहने व साइबर क्राइम से जागरुक रहने की आवश्यकता है। जिसमे बच्चे अपना अहम योगदान दें।
इसके साथ ही विद्यार्थियों को गुड व बैड टच के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा।
उन्होंने बताया कि पहले इस बात के बारे में बहुत कम जानकारी होती थी कि गुड टच बैड टच क्या होता है परंतु आजकल इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी जा रही है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है तो चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है।
इसलिए इसके विरुद्ध एकजुट होकर लड़ाई लड़ें ताकि समाज में महिला सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके। इसके साथ ही विद्यार्थी को साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि यदि किसी के साथ साइबर ठगी की वारदात घटित हो जाती है तो वह तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें और उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी के बारे में जानकारी दें। साइबर टीम द्वारा साइबर अपराधियों के बैंक खातों को फ्रीज करवाकर आपकी रकम आप तक वापस पहुंचा सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद स्कूल के स्टाफ ने पुलिस टीम द्वारा साइबर अपराध के बारे में दी गई जानकारी के लिए पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।