स्लम बस्ती क्षेत्र के बच्चों के पुनर्वास लिए प्रशासन द्वारा आज दसवां कैंप का समापन : एडीसी आनंद शर्मा
फरीदाबाद, 01 सितम्बर। एडीसी आनंद शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आज शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक दसवां कैम्प बेसहारा एवं झुग्गी झोपड़ियों व स्लम क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के पुनर्वास के लिए कैम्पों का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि डीसी विक्रम सिंह के आदेशानुसार और एडीसी आनन्द शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में कैंप के दसवें दिन “नव सृष्टि” संस्था के सीएसआर कार्यक्रम जिला बाल कल्याण अधिकारी एस एल खत्री और जिला बाल संरक्षण अधिकारी गरिमा के साथ कोर्डिनेशन करके बङखल के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लगाया गया।
कैंप का मुख्य उद्देश्य
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि इन कैम्पों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना और सरकार की मुख्यधारा में शामिल करना है। कैंप में स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आई डी मोके पर बनाने के प्रयास किये गए हैं ।
यहाँ लगाए जाएंगे आगामी कैम्प
एडीसी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इन कैम्पों का आयोजन 04 सितम्बर को बल्लभगढ़ के आदर्श नगर राजकीय प्राथमिक स्कूल में तथा 05 सितंबर को राजकीय प्राइमरी स्कूल आटोपिन झुग्गी फरीदाबाद में और 07 सितम्बर को संजय कालोनी राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि इन कैम्पों में गरीब परिवारों और दिव्यांगजन बच्चों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी। जिला फरीदाबाद में लगभग 1637 ऐसे बच्चों को चिन्हित कर लिया गया है। ऐसे बच्चों के क्षेत्र में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। उक्त आयोजित कैम्पों में इन बच्चों के जरूरी कागजात कैसे जन्म प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, दिव्यांगजन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड मौके पर ही बनाए जा रहे हैं । कैम्पों में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जा रहे हैं जहाँ इन बच्चों का नि:शुल्क जांच व उपचार किया जा रहा है। कैंप डीएसडब्ल्यूओ और डीसीपीओ के द्वारा आयोजित करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह बच्चे शिक्षा से वंचित न हो इसलिए इन बच्चों को चिन्हित कर नजदीकी सरकारी स्कूलों में इनका दाखिला भी कराया जाएगा तथा प्रशासन द्वारा बाल श्रम की भी जांच की जाएगी। बाल श्रम की शिकायत प्राप्त होने पर दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही भी की जा रही है।
उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेशानुसार और अतिरिक्त उपायुक्त के कुशल मार्गदर्शन में जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी के साथ कैंप का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना। इसमें स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आई डी मौके पर बनाने के प्रयास किये गए। आज शुक्रवार को दसवें कैम्प का आयोजन किया गया। जहां कैम्प में स्कूल प्रबंधन द्वारा कैम्प की अच्छी व्यवस्था करवाई गई। नव सृष्टि संस्था के श्री प्रदीप कुमार ने अपनी टीम के साथ कैम्प में सहयोग किया। आज कैम्प का अवलोकन श्री आशीष जैन एवं श्रुति शर्मा मुख्यमंत्री सुशासन सहयोग ने भी किया। आज के कैम्प में सायं 4 बजे तक 182 बच्चों को लाभ पहुँचाया गया। जिनमें आधार कार्ड के साथ लिंक के 62, परिवार पहचान पत्र के 47 और जन्म प्रमाण पत्र के 65 बच्चों को जोड़ने का काम किया गया है।