राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में गंभीरता से कार्य करें शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग: डीसी विक्रम सिंह
जिला के सभी एक लाख 42 हजार सरकारी स्कूलों के बच्चों व एक लाख 08 हजार आंगनबाड़ी के बच्चों की स्वास्थ्य जांच करने का रखा गया है लक्ष्य
फरीदाबाद, 28 अगस्त । उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि प्रत्येक सरकारी स्कूलों के बच्चों व आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों की स्वास्थ्य जांच करना और अगर उसे कोई चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता है तो उसे उपलब्ध करवाना हमारी ज़िम्मेदारी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का लक्ष्य भी यही है और शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग को मिलकर इस लक्ष्य को पूरा करना है। उपायुक्त विक्रम सिंह सोमवार को लघु सचिवालय में कार्यक्रम की समीक्षा मीटिंग में दिशा निर्देश दे रहे थे।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि जिला में मौजूदा समय में एक लाख 42 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चे हैं और एक लाख आठ हजार आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले छोटे बच्चे हैं। हमें प्रत्येक बच्चे के स्वास्थ्य की जांच राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत करनी है। उन्होंने कहा कि अभियान को सितंबर माह के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन बच्चों की अधिक संख्या व अभियान के महत्व को देखते हुए इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। समीक्षा मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक के अभियान में 16 बच्चों को ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ी और उनके ऑपरेशन करवा दिया गया है। फिलहाल सभी बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रत्येक बच्चे का फॉलोअप भी समय-समय पर किया जाए।
मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त आनंद शर्मा ने निर्देश देते हुए कहा कि अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के लिए 11 टीमें पूरे जिला के लिए गठित की गई हैं। इन टीमों में एक आयुष पुरुष व एक आयुष महिला चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट व एक पैरामेडिकल स्टाफ शामिल किया गया है। यह टीम प्रत्येक बच्चे के स्वास्थ्य की जांच करेगी और उनका एचबी सैंपल भी लिया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह प्रत्येक स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की टीमों के लिए सभी व्यवस्थाएं करवाएंगे। इसके लिए स्कूल के स्वास्थ्य एंबेसडर की मदद भी ली जाए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के प्राचार्यों को सख्त निर्देश हैं कि वह इस अभियान के दौरान पूर्ण सहयोग दें। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे को अगर कोई दिक्कत है तो इसकी प्रत्येक जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने प्रतिदिन की रिपोर्ट के लिए सभी टीमों को गुगल फार्म भी दिया जिससे कार्य पर निगरानी रखी जा सके। मीटिंग में सीएमजीजीए श्रुती शर्मा, सीएमजीजीए आशीष जैन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. सीमा, जिला कोऑर्डिनेटर पीयूष, सतीश चौधरी, बीईओ फरीदाबाद मनोज मित्तल, बीईओ बल्लभगढ़ महेंद्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी मंजू सहित स्कीम से जुड़े हुए सभी चिकित्सक व अन्य स्टाफ मौजूद था।