स्लम बस्ती क्षेत्र के बच्चों के पुनर्वास लिए प्रशासन द्वारा आज सातवें कैम्प का किया आयोजन: एडीसी आनंद शर्मा
फरीदाबाद, 28 अगस्त। एडीसी आनंद शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आज सोमवार को प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक बेसहारा एवं झुग्गी झोपड़ियों व स्लम क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के पुनर्वास के लिए कैम्पों का आयोजन किया गया।
बता दें कि उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेशानुसार और एडीसी आनन्द शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में कैम्प के सातवें दिन “एक पहल” कार्यक्रम जिला बाल कल्याण अधिकारी एस एल खत्री और जिला बाल संरक्षण अधिकारी गरिमा के साथ कोर्डिनेशन से राजकीय प्राथमिक विद्यालय, कल्याण पुरी में लगाया गया।
कैंप का मुख्य उद्देश्य:-
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि इन कैम्पों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना और सरकार की मुख्यधारा में शामिल करना है। कैंप में स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आई डी मोके पर बनाने के प्रयास किये गए हैं ।
यहाँ लगाए जाएंगे आगामी कैम्प:-
एडीसी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इन कैम्पों का आयोजन 29 अगस्त को गांव अनखीर स्थित राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल में तथा 01 सितंबर को राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल, गांव बड़खल में किया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि इन कैम्पों में गरीब परिवारों और दिव्यांगजन बच्चों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी। जिला फरीदाबाद में लगभग 1500 ऐसे बच्चों को चिन्हित कर लिया गया है। ऐसे बच्चों के क्षेत्र में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। उक्त आयोजित कैम्पों में इन बच्चों के जरूरी कागजात कैसे जन्म प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, दिव्यांगजन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड मौके पर ही बनाए जाएँगे। कैम्पों में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जाएँगे जहाँ इन बच्चों का नि:शुल्क जांच व उपचार किया जाएगा। कैंप डीएसडब्ल्यूओ और डीसीपीओ के द्वारा आयोजित कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह बच्चे शिक्षा से वंचित न हो इसलिए इन बच्चों को चिन्हित कर नजदीकी सरकारी स्कूलों में इनका दाखिला भी कराया जाएगा तथा प्रशासन द्वारा बाल श्रम की भी जांच की जाएगी। बाल श्रम की शिकायत प्राप्त होने पर दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेशानुसार और अतिरिक्त उपायुक्त के कुशल मार्गदर्शन में जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी के साथ कैंप का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना। इसमें स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आईडी मौके पर बनाने के प्रयास किये गए। आज सोमवार को सातवें कैम्प में स्कूल प्रबंधन द्वारा कैम्प की अच्छी व्यवस्था करवाई गई। वहीं श्रीमति आगम तनेजा द्वारा कैम्प के सफल आयोजन के लिए अपने पूरे स्टाफ की ड्यूटी लगाईं। नव सृष्टि संस्था के श्री प्रदीप कुमार ने अपनी टीम के साथ कैंप में सहयोग किया। सातवें कैम्प का अवलोकन श्री आशीष जैन एवं श्रुति शर्मा मुख्यमंत्री सुशासन सहयोग ने भी किया। आज के कैम्प में सायं 4 बजे तक 139 बच्चों को लाभ पहुंचाया गया।
बता दें कि उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेशानुसार और एडीसी आनन्द शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में कैम्प के सातवें दिन “एक पहल” कार्यक्रम जिला बाल कल्याण अधिकारी एस एल खत्री और जिला बाल संरक्षण अधिकारी गरिमा के साथ कोर्डिनेशन से राजकीय प्राथमिक विद्यालय, कल्याण पुरी में लगाया गया।
कैंप का मुख्य उद्देश्य:-
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि इन कैम्पों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना और सरकार की मुख्यधारा में शामिल करना है। कैंप में स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आई डी मोके पर बनाने के प्रयास किये गए हैं ।
यहाँ लगाए जाएंगे आगामी कैम्प:-
एडीसी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इन कैम्पों का आयोजन 29 अगस्त को गांव अनखीर स्थित राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल में तथा 01 सितंबर को राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल, गांव बड़खल में किया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि इन कैम्पों में गरीब परिवारों और दिव्यांगजन बच्चों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी। जिला फरीदाबाद में लगभग 1500 ऐसे बच्चों को चिन्हित कर लिया गया है। ऐसे बच्चों के क्षेत्र में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। उक्त आयोजित कैम्पों में इन बच्चों के जरूरी कागजात कैसे जन्म प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, दिव्यांगजन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड मौके पर ही बनाए जाएँगे। कैम्पों में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जाएँगे जहाँ इन बच्चों का नि:शुल्क जांच व उपचार किया जाएगा। कैंप डीएसडब्ल्यूओ और डीसीपीओ के द्वारा आयोजित कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह बच्चे शिक्षा से वंचित न हो इसलिए इन बच्चों को चिन्हित कर नजदीकी सरकारी स्कूलों में इनका दाखिला भी कराया जाएगा तथा प्रशासन द्वारा बाल श्रम की भी जांच की जाएगी। बाल श्रम की शिकायत प्राप्त होने पर दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेशानुसार और अतिरिक्त उपायुक्त के कुशल मार्गदर्शन में जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी के साथ कैंप का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक गरीब बच्चों को जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष के बीच है उनको लाभ दिलाना। इसमें स्ट्रीट बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र हेल्थ चेकअप, आधार कार्ड, दिव्यांग सर्टिफिकेट, ड्रॉपआउट बच्चों के दाखिले, फैमिली आईडी मौके पर बनाने के प्रयास किये गए। आज सोमवार को सातवें कैम्प में स्कूल प्रबंधन द्वारा कैम्प की अच्छी व्यवस्था करवाई गई। वहीं श्रीमति आगम तनेजा द्वारा कैम्प के सफल आयोजन के लिए अपने पूरे स्टाफ की ड्यूटी लगाईं। नव सृष्टि संस्था के श्री प्रदीप कुमार ने अपनी टीम के साथ कैंप में सहयोग किया। सातवें कैम्प का अवलोकन श्री आशीष जैन एवं श्रुति शर्मा मुख्यमंत्री सुशासन सहयोग ने भी किया। आज के कैम्प में सायं 4 बजे तक 139 बच्चों को लाभ पहुंचाया गया।