उद्योगों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्ती नहीं बल्कि प्रदूषण पर नियंत्रण हमारा उद्देश्य: एडीसी आनन्द शर्मा
कहा, फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता का सुधार हमारा लक्ष्य है, वायु गुणवत्ता आयोग द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं
फरीदाबाद, 10 अगस्त। एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि औद्योगिक इकाइयों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्ती करना हमारा मुख्य उद्देश्य नहीं बल्कि फरीदाबाद जिला के संपूर्ण क्षेत्र में वायु गुणवत्ता का सुधार हमारा लक्ष्य है। वायु गुणवत्ता आयोग द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जो भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, वे सर्वजन के हित में हैं। वायु गुणवत्ता आयोग किसी भी कृषि क्षेत्र और उद्योगों के खिलाफ नहीं है। परन्तु सभी कृषि क्षेत्रों और उद्योगिक इकाईओं को वायु गुणवत्ता आयोग द्वारा वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए जो भी दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, उनका पालन अवश्य करना होगा। यह बात एडीसी आनन्द शर्मा ने आज वीरवार दोपहर बाद लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में पर्यावरण विभाग के अधिकारियो और उद्योगिक संगठनों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों के साथ सुझाव सांझे करते हुए कही। उन्होंने कहा कि उद्योगों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्ती नहीं बल्कि प्रदूषण पर नियंत्रण हमारा उद्देश्य है।
वहीं फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता का सुधार हमारा लक्ष्य है, वायु गुणवत्ता आयोग द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जो भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। उनके लिए पर्यावरण विभाग के अधिकारियो और उद्योगिक संगठनों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों के साथ सुझाव सांझे किए गए हैं। जिला फरीदाबाद में डीजी सैट जेनरेटर को आधुनिक तकनीकी से बदलाव जरूरी है। बता दें कि हरियाणा के कृषि क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों में बढ़ते वायु प्रदूषण के मुख्य कारण फसलों के अवशेष जलाने, कच्चे रास्तों पर उड़ती धूल लैंडफिल में आग क्रेशर कंस्ट्रक्शन वेस्ट है।
जिसे काबू में करना बेहद जरूरी है। वर्ष 2022 में एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए आयोग द्वारा विभिन्न स्थानों पर हो रहे कंस्ट्रक्शन कार्य को रुकवाया गया था। एक्यूआई 400 के पार होना गंभीर श्रेणी में आता है जोकि साधारण व्यक्ति के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। आयोग द्वारा लागू की गई एडवाइजरी के परिणाम है एक दिन में नहीं प्राप्त हो सकते। इसके लिए हमें निरंतर संयुक्त प्रयास करने होंगे। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित पूरे हरियाणा में एक्यूआई रेकॉड किया गया।
यह नंबर अभी भी संतोषजनक नहीं है। स्थिति के भयावह होने से पहले ही हमें ठोस कदम सामूहिक कदम उठाने होंगे। हालांकि आयोग द्वारा किये गए अभी तक के प्रयासों से हमें कुछ सफलता जरूर प्राप्त हुई है। हर शहरों नगर वन तथा नगर वाटिका के रूप में नर्सरी तैयार कर उसे प्रमोट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सभी को वृक्षारोपण बड़े स्तर पर किया जा रहा है । आयोग ने गत वर्ष 3.9 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा था।
इस वर्ष यह लक्ष्य बढ़कर 3.12 करोड़ वृक्ष लगाने का रखा गया है। प्लास्टिक वेस्ट के बढ़ते दुष्परिणामों को ध्यान में रखते हुए लोगों को जागरूक करने, प्रभावशाली कचरा प्रबंधन ही बढ़ते प्रदूषण की समस्या का समाधान है तथा इस कार्य में आमजन का योगदान सबसे महत्त्वपूर्ण है। बैठक में पर्यावरण विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी आकांक्षा तंवर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की हिदायतों के अनुसार बैठक में उपस्थित व्यापारियों को दी। वहीं व्यापारियों ने भी अपने सुझाव सांझे किए।