जे.सी. बोस विश्वविद्यालय द्वारा ‘एक पौधा, एक संकल्प’ के साथ ‘हरियाली पर्व’ का शुभारंभ
फरीदाबाद। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा ‘एक पौधा, एक संकल्प’ थीम पर मनायें जा रहे ‘हरियाली पर्व’ का आज शुभारंभ हो गया जोकि एक पौधारोपण अभियान है और इसे विश्वविद्यालय के वसुंधरा इको-क्लब द्वारा डीन छात्र कल्याण कार्यालय और पर्यावरण विज्ञान विभाग के सहयोग से संचालित किया जाता है। इस अवसर पर जाने माने उद्यमी, पर्यावरणविद और सामाजिक कार्यकर्ता, विक्टोरिया इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री एस एस बांगा मुख्य अतिथि रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो सुशील कुमार तोमर ने की तथा श्री बांगा को पौधा भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में डीन इंस्टीट्यूशंस प्रो. संदीप ग्रोवर, डीएसडब्ल्यू प्रो. मुनीष वशिष्ठ, अध्यक्षा/प्रभारी, पर्यावरण विज्ञान विभाग और वसुंधरा इको-क्लब डॉ. रेणुका गुप्ता, एनएसएस समन्वयक श्री आत्मा राम डीएसडब्ल्यू कार्यालय एवं वसुंधरा ईसीओ क्लब के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। अभियान का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री एस.एस. बांगा ने कुलपति प्रो. एस.के. तोमर के साथ विश्वविद्यालय परिसर में नीम का पौधा लगाकर की।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो तोमर ने शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण वनों की कटाई और प्रदूषण के गंभीर परिणामों पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली को संस्कृति के रूप में अपनाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संबंधी समस्याओं का सामना कर रही है, ऐसी समस्याओं से उबरने के लिए पेड़ लगाना आवश्यक हो गया है। हरियाली पर्व अभियान पिछले साल शुरू किया गया था और पौधे लगाना इस अभियान का एकमात्र उद्देश्य नहीं है बल्कि भविष्य के लिए एक दीर्घकालिक निवेश है।
इसीलिए समय-समय पर लगाए जाने वाले पौधों की देखभाल भी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्य अतिथि श्री बांगा ने विश्वविद्यालय के पौधारोपण अभियान की सराहना की। उन्होंने पौधारोपण अभियान की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि ऐसी विभिन्न पहलों के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता ला सकते है, जिससे मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा मिलेगा। श्री बांगा पौधारोपण अभियान और रक्तदान शिविर जैसी सामाजिक गतिविधियों के आयोजन में सराहनीय कार्य कर रहे है। इससे पहले, पर्यावरण विज्ञान विभाग और इको-क्लब की प्रमुख डॉ. रेणुका गुप्ता ने बताया कि पौधारोपण अभियान में विश्वविद्यालय परिसर और गोद लिए गए गांवों में लगभग 500 पौधे लगाना शामिल है।
उन्होंने कहा कि पौधारोपण सबसे आसान तरीका है जिसके द्वारा प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन में सकारात्मक योगदान दे सकता है। साथ ही, उन्होंने बताया की कि इस चरण में, प्रत्येक रोपे गए पौधे को छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा अपनाया जाएगा। आज लगाए गए पौधों को डॉ. रेनुका गुप्ता ने स्वयं गोद लिया। अंत में प्रो मुनीष वशिष्ठ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के इको-क्लब और एनएसएस प्रकोष्ठ के छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय जुलाई-अगस्त महीने को हरियाली पर्व के रूप में मना रहा है। इस अवसर को चिह्नित करते हुए पौधारोपण अभियान शुरू किया गया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों को वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।