वित्तीय धोखाधड़ी का मुकाबला करना : लोगों को सशक्त करना है सुरक्षित रहने की सबसे महत्वपूर्ण कुंजी
श्री प्रभाकर तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी, एंजेल वन लिमिटेड
टेक्नोलॉजी में अभूतपूर्व प्रगति के कारण, व्यापार (ट्रेडिंग) और निवेश का परिचालन बेहद कार्यकुशल और प्रगतिशील हो गया है। डिजिटलीकरण होने से भी निवेश के अवसरों में बहुत ज्यादा विस्तार हुआ है, क्योंकि ट्रेडिंग ऐप का प्रयोग करना और निवेश की प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक आसान हो गई है। हालाँकि, इन सबके साथ ही अनैतिक काम करने वालों के लिए भी काफी अवसर उपलब्ध हो गए हैं।
टेक्नोलॉजी कई तरीकों से क्षमता को बढ़ाती है, लेकिन भारत के साथ ही दुनिया भर में वित्तीय सेवाओं में धोखे की संख्या काफी बढ़ी है। इसके कुछ सामान्य उदाहरणों में जाली निवेश के अवसर, पंप-ऐंड-डंप स्कीम्स, फिशिंग घोटाले आदि शामिल हैं। उदाहरण के लिए हाल के मामलों को लिया जा सकता है, जिनमें कर्नाटक के कारोबारी लोग शामिल थे, जिन्होंने इन नकली स्कीमों में लोगों के लाखों रुपये का नुकसान करा दिया। यह तो सागर की एक बूँद भर है, क्योंकि इस तरह के धोखे का परिमाण काफी बड़ा हो सकता है, जहाँ अनेक निवेशक प्रभावित होकर काफी बड़ी रकम गँवा चुके हैं।
धोखे का मुकाबला करने का सबसे बढ़िया तरीका है निवेशकों को इस प्रकार के खतरों की समझ के साथ सशक्त बनाना, और यहीं पर निवेशकों को जागरूक करने, जालसाजी की रिपोर्ट करने और आखिरकार घोटालों को रोकने में टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ब्रोकरेज के क्षेत्र में फिनटेक कंपनियाँ निवेश की प्रक्रियाओं को ज्यादा सुरक्षित बनाने और सुरक्षा के उपाय लागू करने के लिए नई-नई डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपनाने में आगे रही हैं।
यहाँ हम बता रहे हैं कि फिनटेक कंपनियाँ किस प्रकार घोटालेबाजों को मात देने और निवेशकों को सशक्त बनाने का प्रयास कर रही हैं
घोटालेबाजों का मुकाबला करने के लिए निवेशकों को जानकार बनायें
फिनटेक कंपनियाँ आम धोखाधड़ी की बुनियादी समझ और विनियामकों (जैसे कि सेबी, आईआरडीए, आदि) की भूमिका का प्रचार-प्रसार करने का व्यापक कार्यक्रम चलाती हैं, जिसके आधार पर किसी गड़बड़ी को पहचाना जा सकता है। नए-नए साधनों, जैसे कि शॉर्ट वीडियो, ईमेलर्स, वेबिनार, और सोशल मीडिया पोस्ट्स के माध्यम से निवेशकों को बाज़ार में प्रचलित घोटालों और पद्धतियों से अवगत कराया जाता है। एआई-आधारित चैटबॉट्स ने यूजर के साथ होने वाली बातचीत में सुधार किया है। इससे निवेशकों को कुछ अप्रत्याशित मैसेज या ईमेल के कारण संदेह की स्थिति में व्हाट्सऐप या दूसरे इनेबल्ड मैसेजिंग एप्लीकेशन के माध्यम से प्रतिनिधि के साथ संवाद करने में आसानी हुई है। कुछ कंपनियों ने अपने निवेशक शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत इन्फ्लुएंसर्स की मदद भी ली है, जिसके फलस्वरूप जालसाजी की गतिविधियों और सामान्य घोटालों के बारे में जानकारी बढ़ी है।
जानकारीप्रद कंटेंट के निर्माण और सोशल मीडिया प्रचार यूजर्स के सामने आने वाले अलग-अलग प्रकार के धोखे के बारे में उन्हें समझाने में प्रभावकारी भूमिका निभाते हैं। इनसे यूजर्स को किसी पंप-ऐंड-डंप या पोंजी स्कीमों या इस प्रकार के दूसरी चालबाज पद्धतियों के तथ्य की जाँच करने में भी मदद मिली है।
टेक-इनेबल्ड टूल्स धोखे का पर्दाफ़ाश करने के नए साधन हैं
कुछ कंपनियों ने सिमुलेशन, क्विज, और अपडेट्स जैसे विभिन्न टूल्स विकसित करने के लिए एआई और एमएल के साथ-साथ ब्लॉकचेन जैसी टेक्नोलॉजी में तरक्की का लाभ उठाया है। सीखने (संभावित धोखे और खतरों के बारे में) का गेमिफिकेशन एक शक्तिशाली टूल है। सिमुलेशन से निवेशकों को चालबाजों के काम करने के तरीकों को समझने और धोखाधड़ी की गतिविधियों/कार्यपद्धतियों को पहचानने में मदद मिलती है। क्विज को सीखे गए कंटेंट की उनकी समझ का मूल्यांकन करने और उसे पुष्ट करने के लिए लागू किया जा सकता है। उद्देश्य है निवेशकों के साथ संवाद के लिए हर अवसर का प्रयोग करना और उन्हें जालसाजों द्वारा अपनाई जाने वाले विभिन्न तरह की पद्धतियों तथा उनसे बचने के साधनों के बारे में जानकारी देना।
घोटाले से सुरक्षित धन निर्माण के लिए ट्रेडिंग की सुरक्षा
बेहतर सुरक्षा उपायों और नियमित ऑडिट के माध्यम से सिस्टम के अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के द्वारा ब्रोकरेज संस्थानों ने घोटालेबाजों और धोखेबाजों से आगे रहने का प्रयास किया है। ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म के पास सुरक्षा के मजबूत उपायों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करके और इसे अपडेट रखकर निवेशकों को अनेक चालबाजियों से बचाया जा सकता है। इसके अलावा, यूजर्स को सुरक्षा संबंधी इन विशेषताओं और इनके प्रभावकारी प्रयोग के बारे में शिक्षित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
जालसाजों को दूर रखने के लिए मजबूत रिपोर्टिंग
जोखिम प्रबंधन और फ्रॉड-डिटेक्शन सिस्टम की सामान्य मजबूती को एक सुदृढ़ रिपोर्टिंग प्रक्रिया के द्वारा काफी बेहतर बनाया जा सकता है। फिनटेक कंपनियों ने धोखाधड़ी की प्रक्रिया को काफी हद तक सरल बनाया है। ट्रेडिंग ऐप का प्रयोग करने के अलावा, सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप और एआई-समर्थित सीआरएम के माध्यम से ऐसी किसी गतिविधि की सूचना देना संभव है। परिष्कृत टूल्स (जैसे की एमएल), जो किसी असामान्य या संदेहास्पद गतिविधि का पता लगाते हैं और यूजर्स को इसकी चेतावनी देते हैं, के क्रियान्वयन के अलावा, डेटा शेयरिंग और सहयोग की प्रक्रिया को आधुनिक और कुछ मामलों में स्वचालित किया गया है।