सीखना और कमाना सोने पे सुहागे जैसा-डॉ. राज नेहरू
श्री विश्वकर्मा कौशल विद्यालय ने तीन इंडस्ट्री पार्टनर के साथ किए साइन किए एमओयू
फरीदाबाद, 22 जुलाई । श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि सीखना और कमाना साथ-साथ हो तो सोने पे सुहागे जैसा होता है। ऑन द जॉब ट्रेनिंग की यही अवधारणा है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्री पार्टनर के साथ एमओयू किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को तीन इंडस्ट्री पार्टनर के साथ एमओयू साइन किए गए।
पहला एमओयू न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक के साथ किया गया। यह मेडिकल लेबोरेट्री के क्षेत्र में बड़ी कम्पनी है। विद्यार्थी इस कंपनी के साथ ऑन द जॉब ट्रेनिंग करेंगे और प्रैक्टिकल काम सीखेंगे। साथ ही उन्हें स्टाइपेंड भी मिलेगा। कम्पनी के उत्तर भारत प्रमुख डॉ. विज्ञान मिश्रा ने कुलपति डॉ. राज नेहरू के साथ एमओयू का आदान-प्रदान किया। डॉ. विज्ञान मिश्रा ने इस मौके पर कहा कि पैथोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार की बहुत प्रबल संभावनाएं हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ जुड़कर उन्हें गर्व महसूस हो रहा है।
दूसरा एमओयू अकाउंट के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी इज़ माय प्रोसेस के साथ हुआ। कम्पनी के संस्थापक निदेशक अनंत गुरजानी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए और कुलपति डॉ. राज नेहरू का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि देश की पहली स्किल यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ना हमारा सौभाग्य है।
तीसरा एमओयू ओम ट्रांसपोर्ट कंपनी के साथ हुआ। कम्पनी के निदेशक वीरेंद्र दहिया ने एमओयू पर साइन किए। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अनुशासन और पूरे समर्पण के साथ कार्य करते हैं। उन्हें ऑन द जॉब ट्रेनिंग करवाना हमारे लिए एक उपलब्धि होगी। इस एमओयू के लिए उन्होंने कुलपति डॉ. राज नेहरू के प्रति आभार ज्ञापित किया।
उद्योग से जुड़े सभी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने उद्योग और क्लासरूम को बहुत मजबूती के साथ नजदीक लाने की कोशिश की है। विद्यार्थी न केवल विषय को पढ़ें, बल्कि व्यावहारिक तौर पर सीखें और सीखने के साथ-साथ कमाई भी करें। इसी उद्देश्य पर हम आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी, उप निदेशक अमीष अमैया, उप निदेशक डॉ. नीता सिंह व संतोष यादव उपस्थित थे।