प्राकृतिक आपदा में सरकार व प्रशासन पूरी तरह किसानों के साथ: कृष्णपाल गुर्जर
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यमुना बाढ़ पीड़ित गांवों का दौरा कर किसानों व ग्रामीणों से की मुलाकात
फरीदाबाद, 17 जुलाई। केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि इस वर्ष ज्यादा बारिश होने की वजह से यमुना में ज्यादा पानी आया है। यह एक प्राकृतिक आपदा है और इससे किसानों की फसलों व संपत्तियों को बड़ा नुकसान हुआ है। आपदा की इस घड़ी में प्रशासन व सरकार पूरी तरह से लोगों के साथ है। केंद्रीय राज्यमंत्री सोमवार को फरीदाबाद जिला के गांव मोहना व पलवल जिला के गांव बागपुर में ग्रामीणों से मुलाकात कर रहे थे। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि इस बार यमुना में उम्मीद से ज्यादा पानी आया है और इस पानी का रुख काफी मात्रा में खेतों व गांवों की तरफ भी हुआ।
उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियों से प्रत्येक गांव की रिपोर्ट लेते हुए निर्देश दिए कि किसी भी गांव में पीने के पानी व खाने की कोई दिक्कत न हो। गांवों के रास्तों को जल्द से जल्द सुचारू किया जाए। उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं और उनकी किसी भी परेशानी में हम उनके साथ खड़े हैं। इस दौरान उन्होंने फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह व पलवल की उपायुक्त नेहा सिंह को निर्देश दिए कि वह जो भी नुकसान हुआ है उसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजें। उन्होंने कहा कि जो भी नुकसान आपदा के मुआवजा नियमों में आता है वह किसानों को दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो बोरवेल ठप हुए हैं उनकी रिपोर्ट भी तैयार कर सरकार को भेजें ताकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इसके लिए भी अनुरोध किया जा सके।
इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री ने उन सभी सड़कों की स्पेशल रिपेयर करने के निर्देश दिए जो यमुना का जलस्तर बढऩे की वजह से खराब हो गई हैं। उन्होंने मोहना से बागपुर जाने वाली उन सड़कों का निरक्षण किया जिन स्थानों पर यमुना ने अपना रास्ता बदल लिया और पानी के इस तेज बहाव की वजह से सड़कों का गांवों से संपर्क कट गया। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर ऐसी स्थिति आई है उन स्थानों पर पुलिया तैयार की जाएं। इस दौरान कुछ गांवों में बिजली की समस्या पर उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। इस पर निगम अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा पानी की वजह से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही।
इससे करंट आने और जान जाने का खतरा है। इस पर उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है और जब तक बिजली निगम अधिकारी सुरक्षा को लेकर संतुष्ट न हों तब तक बिजली आपूर्ति न की जाए। इस दौरान उन्होंने बताया कि यमुना पार के 12 से ज्यादा गांव ऐसे हैं जो पूरी तरह से प्रभावित हैं। इनमें मोहना, मोठुका, बागपुर, सोडला, भोडला, राजूपुर, दोस्तपुर, माला सिंह के फार्म, स्वर्ण सिंह ढाणी, मोहबलीपुर, इंद्रा नगर व कई अन्य गांव हैं। उन्होंने इस दौरान मोहना गांव के राहत कैंप में रह रहे लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों को रहने व खाने की कोई दिक्कत न हो। इस अवसर पर उनके साथ पलवल के विधायक दीपक मंगला, हथीन से विधायक प्रवीण डागर, फरीदाबाद उपायुक्त विक्रम सिंह, पलवल की उपायुक्त नेहा सिंह, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, एसडीएम पलवल शशि वसुंधरा, डीडीपीओ फरीदाबाद राकेश मोर, डीडीपीओ पलवल उपमा अरोड़ा सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।