जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के लिए उचित खाने की व्यवस्था का आयोजन: डीसी विक्रम सिंह
जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 14 शेल्टर होम में खाने की व्यवस्था की गई
फरीदाबाद, 15 जुलाई। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि यमुना में बढ़े जलस्तर के बाद आस-पास के गांवों में जलस्तर बढऩे के बाद जिला प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम द्वारा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित शेल्टर होम पहुँचाया गया है। तथा निरंतर यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी के चलते आज शनिवार को गाँव मंझावली तथा अकबरपुर से करीब 342 बाढ़ में फसे लोगों को रेस्क्यू कर सेफ होम पहुँचाया गया। डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को खाने व पीने की परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए जिला रेडक्रॉस सोसाइटी व रोटरी क्लब के सहयोग से प्रशासन द्वारा स्थापित किये गए सभी 14 शैल्टर होम में अस्थाई रसौई स्थापित की गयी हैं, जिससे की लोगों को खाना पहुँचाने में देरी न हो पाए और लोगों को समय पर भोजन प्राप्त हो सके।
लोगों को दिक्कत न हो इसके लिए मौके पर ही खाना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे समय की बचत होगी और लोगों को बेहतरीन सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही बाढ़ पीड़ित लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर लगाए गए हैं। जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव बिजेंदर सोरोत ने बताया कि शैल्टर होम में निशुल्क भोजन सेवा के लिए फरीदाबाद की सामाजिक संस्थाओं से सूखा राशन उपलब्ध करवाने की अपील की गई थी।
जिसके परिणाम स्वरूप दान की शुरुआत करते हुए “स्त्री शक्ति पहल संस्था” तथा “बदलाव हमारी कोशिश” द्वारा एक क्विंटल से भी ज्यादा सूखा ज़िला रैडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को कोई जानकारी की आवश्यकता है या किसी भी प्रकार की सूचना जिला प्रशासन को देनी है तो वे सेक्टर-12 स्थित डीआरओ कार्यालय में स्थापित किये गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर 0129-2227937 पर दे सकते हैं। जिला प्रशासन गंभीरता से लोगों की मदद कर रहा है। यमुना से लगते सभी गांवों के लिए अलग-अलग एसडीएम स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। यमुना के क्षेत्र में खेतों में मौजूद पालतू मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर लाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।