केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने शिविर में राहत सामग्री व भोजन के पैकेट वितरित किए
कहा, प्राकृतिक आपदा में हर आदमी को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए, सरकार का हर संभव प्रयास है कि किसी को जान-माल की हानि ना हो
फरीदाबाद, 13 जुलाई । केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज वीरवार को गाँव बसंतपुर में जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा यमुना नदी पर लगाए गए शिविर में राहत सामग्री व भोजन के पैकेट वितरित किए। इस दौरान पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा तथा डीसी विक्रम सिंह, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल सहित अन्य प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में हर आदमी को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। सरकार का प्रयास है कि भारी बारिश के कारण यमुना नदी में अचानक बढ़े जल स्तर से फरीदाबाद लोक सभा क्षेत्र में किसी को भी जान और माल की कोई हानि ना हो।
भारत सरकार के भारी उद्योग और उर्जा विभाग के केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में लगभग 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। शुक्रवार से यदि भारी बारिश नहीं हुई तो यमुना नदी में राहत होने की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बसंतपुर में जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए राहत शिविरों में रह रहे लोगों से बातचीत की। वहीं उन्होंने राहत सामग्री और उनकी सुविधा के अनुरूप भोजन व अन्य सामग्री वितरित की। लोगों को प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं उन्होंने आमजन से भी आह्वान किया कि वे प्राकृतिक आपदा में अपना योगदान अवश्य दें। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा तथा डीसी विक्रम सिंह के साथ नाव में यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को लोगों को जरूरत के अनुसार रहने, खाने-पीने व अन्य सुविधाओं बारे दिशा-निर्देश भी दिए।
प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए है सक्षम: उपायुक्त विक्रम सिंह
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि बसंतपुर में भारी बारिश के चलते यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। आमजन की सुरक्षा के मद्देनजर आज जिला उपायुक्त विक्रम सिंह और पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने बसंतपुर गांव, यमुना व उसके आसपास के एरिया का निरीक्षण किया। उपायुक्त विक्रम सिंह ने वहां पर रह रहे लोगों के साथ बातचीत की और उनको सतर्क रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है और खतरे की बात नहीं है परंतु हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से ग्रामवासियों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है और नावों का भी इंतजाम किया गया है। उन्होंने ग्राम वासियों से अपील करते हुए कहा कि बारिश में बिजली की तारों से करंट लगने का खतरा बना रहता है। इसलिए बिजली की तारों से दूर रहे। इसके साथ ही अपने पशुओं का ध्यान रखें कहीं वह यमुना के पास न चले जाएं और प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए स्थानों पर ही रहे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है तथा लगातार बाढ़ नियंत्रण व जलभराव के कारण विस्थापित हुए लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बढ़ता हुआ जलस्तर आमजन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है इसलिए गांव में यमुना के जल स्तर की निगरानी रखें और समय-समय पर पुलिस व प्रशासन को जल स्तर के बारे में सूचना दें। ताकि प्रशासन उनकी तुरंत मदद कर सके।
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि बसंतपुर में भारी बारिश के चलते यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। आमजन की सुरक्षा के मद्देनजर आज जिला उपायुक्त विक्रम सिंह और पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने बसंतपुर गांव, यमुना व उसके आसपास के एरिया का निरीक्षण किया। उपायुक्त विक्रम सिंह ने वहां पर रह रहे लोगों के साथ बातचीत की और उनको सतर्क रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है और खतरे की बात नहीं है परंतु हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से ग्रामवासियों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है और नावों का भी इंतजाम किया गया है। उन्होंने ग्राम वासियों से अपील करते हुए कहा कि बारिश में बिजली की तारों से करंट लगने का खतरा बना रहता है। इसलिए बिजली की तारों से दूर रहे। इसके साथ ही अपने पशुओं का ध्यान रखें कहीं वह यमुना के पास न चले जाएं और प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए स्थानों पर ही रहे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है तथा लगातार बाढ़ नियंत्रण व जलभराव के कारण विस्थापित हुए लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बढ़ता हुआ जलस्तर आमजन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है इसलिए गांव में यमुना के जल स्तर की निगरानी रखें और समय-समय पर पुलिस व प्रशासन को जल स्तर के बारे में सूचना दें। ताकि प्रशासन उनकी तुरंत मदद कर सके।