अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की जा रही है शुरू : डीसी विक्रम सिंह
फरीदाबाद, 15 जून। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना शुरू की जा रही है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में केन्द्र सरकार के मंत्रालय प्रबंधन पेशेवर क्षेत्रों में मंत्रालय द्वारा चिन्हित संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए अनुसूचित जनजाति के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की योजना को लागू कर रहा है।
डीसी विक्रम ने आगे बताया कि चिकित्सा / विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, मानविकी, कानून और सामाजिक विज्ञान के लिए यह योजना क्रियान्वित की जा रही है। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि इस योजना के तहत 2021-22 से पहले कुल 1000 छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए चुना गया था। वहीं 2021-22 के प्रभाव से, सभी अनुसूचित जनजाति के छात्र जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय रुपये से अधिक नहीं है। वे आवेदक 6 लाख छात्रवृत्ति के पात्र हैं। डीसी विक्रम सिंह ने आगे बताया कि पाठ्यक्रम प्रधान-2 योजना के दिशा-निर्देशों की एक प्रति और 252 अधिसूचित संस्थानों की सूची सूचना के लिए भेजी गई है। जहां अधिकार क्षेत्र के स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय निकायों के माध्यम से प्रचार किया जाए ताकि अधिक से अधिक अनुसूचित जनजाति के छात्र इस योजना का लाभ उठा सकें।