जिला के युवा मूर्ति शिल्पकारों के संग “टाबर उत्सव” में सीखेंगे मूर्तिकला के हुनर: डीआईपीआरओ राकेश गौतम
कला, संस्कृति तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 30 जून तक “टाबर उत्सव” का होगा आयोजन
फरीदाबाद, 09 जून । जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल स्तर के 5वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर ‘टाबर उत्सव- 2023 का आयोजन जिला फरीदाबाद सहित राज्य के 21 जिलों के 22 सरकारी विद्यालयों में किया जा रहा है। जिसमें प्रातः 9:00 से दोपहर 12:00 बजे तक विद्यार्थियों को आधुनिक मूर्तिशिल्प क्ले मॉडलिंग, रिलीफ एवं 3डी स्कलष्टरल आर्ट में हरियाणवी संस्कृति पर आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर “टाबर उत्सव” का उद्देश्य हरियाणा राज्य के होनहार छात्र-छात्राओं को मूर्तिशिल्प कला में अपनी प्रतिमा निखारने व राज्य में लुप्त हो रही मूर्तिकला के विकास के उद्देश्य के साथ-साथ जिला व प्रदेश के होनहार कलाकारों को सुमार्ग देने हेतु सरकारी स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में तकनीकी दृष्टिकोण प्रयोगात्मक अभ्यास के साथ Learning by Doing Process से मूर्तिशिल्प व काफट की सौंदर्यात्मक एवं विभिन्न माध्यमों में तकनीकी प्रशिक्षण भी मिलेगा। जिससे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं का रचनात्मक/कलात्मक विकास होगा तथा साथ ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बालक-बालिकाओं को एक स्थान पर एकत्रित कर उस क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में प्रशिक्षण/हॉबी क्लास के रूप में विद्यार्थियों को मूर्तिकला का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे सभी विद्यार्थी भविष्य में कला प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेने के साथ राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की मूर्तिशिल्प प्रतियोगिताओं के बारे में भी जानेंगे। इस शिविर में विभाग द्वारा हरियाणा राज्य के विभिन्न जिलों से नियुक्त किए गए कलाकारों एवं सह कलाकारों द्वारा हर्ष एवं उत्साह के साथ सभी विद्यार्थियों को मूर्तिकला विद्या में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे क्ले, पीओपी (अन्य माध्यम) व सामग्री आदि से लघु मूर्तिशिल्पों को बना कर रंगो से हुनर भी सिखाए जाएंगे जिससे भविष्य ने उनको मूर्तिकला क्षेत्र में शिक्षा के साथ मूर्तिकला के क्षेत्र में प्रतियोगिता, रोजगार एवं मूर्तिकला के क्षेत्र में कैरियर बनाने का भी ज्ञान मिलेगा। राज्य में कला संस्कृति तथा मूर्तिकला के उत्थान संरक्षण एवं विकास हेतु कला को निखार कर कैरियर बना पाएंगे। हरियाणा राज्य में आधुनिक मूर्तिकला के प्रसार-प्रसार हेतु यह शिविर अत्यंत सार्थक सिद्ध होगा। इस शिविर/समर कैम्प में विद्यार्थियों को प्रतिदिन रिफ्रेशमेंट भी दी जाएगी। किसी भी आयु वर्ग का कोई भी विद्यार्थी इस शिविर में एक महीने नि:शुल्क भाग ले सकता है। मूर्तिशिल्प एक मात्र ऐसा विषय है जिसमें सभी विषयों का अध्ययन एक साथ हो जाता है। शारिरिक, मानसिक एवं बौधिक ज्ञान को नवीनता प्रदान करता है। हरियाणा राज्य में लुप्त होती मूर्तिकला का विकास एवं विभिन्न माध्यमों में जैसे धातु, लकड़ी, पत्थर, पीओपी, टेराकोटा, कांच, वेल्डिंग, सिरामिक आदि माध्यमों से भी अवगत करवाया जाएगा। कक्षाओं प्रयोगात्मक व रोचक बनाने के लिए लाइव मॉडल डेमो से भी करवाया जाएगा। राज्य के लगभग 1200 से 1500 विद्यार्थी इन 30 दिनों में तकनीकी व कलात्मक दृष्टिकोण से लाभान्वित होंगे।