सेक्टर 15 स्थित शिशु गृह में दत्तक ग्रहण समारोह, कैनेडा के परिवार ने लिया बच्ची को गोद
-आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं, विश्व में कमा रही हैं नाम : रंजीता मेहता
पंचकूला। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता ने कहा है कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं और विश्व में नाम कमा रही हैं। ऐसे अनेकों उदाहरण हैं जहां हमारी बहन-बेटियों ने अपनी मेहनत के बल पर देश व विदेश में अपनी अलग पहचान बनाई है। रंजीता मेहता वीरवार को पंचकूला के सेक्टर 15 स्थित शिशु गृह में आयोजित दत्तक ग्रहण समारोह में कनाडा के एक परिवार को नन्ही परी को गोद देने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहीं थी।
कार्यक्रम में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने कैनेडियन दंपत्ति का स्वागत किया। रंजीता मेहता ने बताया कि कनाडा के परिवार ने बच्ची को गोद लेने के लिए 6 साल पहले आवेदन किया था। उसके बाद दो साल बाद इस दंपत्ति को अपनी बेटी भी हो गई, लेकिन इन्होंने शिशु गृह में पली स्पेशल चाइल्ड परी को गोद लेने का फैसला नहीं बदला। आज यह दंपत्ति एक और बेटी को अपने साथ कैनेडा लेकर जा रहे हैं।
रंजीता मेहता ने कहा कि चाहे डाक्टर बनने की बात हो, इंजिनियरिंग, नीट, सिविल सर्विस की परीक्षा या खेल जगत हो, हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में अपने माता-पिता के साथ-साथ देश व प्रदेश का सर फख्र से उंचा किया है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब हरियाणा लिंगानुपात में बहुत निचले पायदान पर था। वर्ष 2016 में जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की धरती से बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की शुरूआत की जब से हरियाणा के लिंगानुपात में अभूतपूर्व वृद्धि हुई और हरियाणा का लिंगानुपात 839-1000 से बढकऱ 925-1000 हो गया है। प्रधानमंत्री द्वारा इस अभियान की शुरूआत करने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में लिंगानुपात की स्थिति सुधारने का प्रण लिया और इस दिशा में कार्य करते हुए कई नियम व कानून पारित किए।
लिंग जांच और गर्भपात जैसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरियाणा में लिंग जांच और गर्भपात पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया गया है और यदि कोई मेडीकल क्लीनिक ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ 10 साल की सजा तथा क्लीनिक सील करने का प्रावधान है। कैनेडा के परिवार की खुशी देखते ही बन रही थी। इस अवसर पर शिशु गृह के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।