मानव रचना डेंटल कॉलेज में इनोवेशन समिट का आयोजन, हेल्थ सेक्टर में स्टार्टअप पर रखे विशेषज्ञों ने विचार
एम्स में सेंटर फॉर डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च (सीडीईआर) चीफ डॉ. रितु दुग्गल रहीं मुख्य अतिथि
फरीदाबाद, 29 अप्रैल। मानव रचना डेंटल कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री एंड रिसर्च एंड इनोवेशन कैटेलिस्ट की ओर से आयोजित हुए दो दिवसीय इनोवेशन समिट -2023 का शनिवार को समापन हुआ। मानव रचना न्यूजेन आईईडीसी इंक्यूबेशन सेंटर के साथ मिलकर हुए इस इवेंट में 18 कॉलेजों से 2 सौ से ज्यादा छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एम्स में सेंटर फॉर डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च (सीडीईआर) चीफ डॉ. रितु दुग्गल पहुंची। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रो. चेतन सोलंकी, सोलर मैन ऑफ़ इंडिया शामिल हुए। हेल्थकेयर सेक्टर में नवाचार, उद्यमिता और स्टार्टअप विषय पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभाग के छात्रों जागरूक करना था कि वे इनोवेटिव विचारों से किस तरह मरीजों के कल्याण के लिए काम कर सकते हैं। डॉ. रितु दुग्गल ने छात्रों को रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने के लिए सराहा। वही प्रो. चेतन सोलंकी ने सतत विकास के मुद्दे पर विचार रखे। इस दौरान एमआरआईआईआरएस के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव, डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अरुणदीप सिंह, वाइस प्रिंसिपल डॉ. आशिम अग्रवाल, कॉमर्स विभाग की डीन डॉ. मोनिका गोयल, पीजी स्टडीज के डायरेक्टर डॉ. पुनीत बत्रा और पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग की एचओएडी डॉ. मीना जैन ने भी छात्रों को संबोधित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में वक्ता रहीं वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में पेटेंट और डिजाइन की सहायक नियंत्रक डॉ. उषा राव ने छात्रों को पेटेंट, डिजाइन, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क को लेकर भारत में कानूनों और नियमों की जानकारी दी। वहीं साइंटिस्ट डॉ. सलज राणा ने ओरल हेल्थ में स्टार्ट अप पर विचार रखे। इनके अलावा बतौर मुख्य वक्ता बीआईआरएसी के मिशन निदेशक डॉ. शिरशेंदु मुखर्जी, रेस और स्टैट्स के सीईओ डॉ. विनीत विनय और एमआर न्यूजेन आईईडीसी के निदेशक डॉ. अमित सेठ ने भी विभिन्न विषयों पर चर्चा की। डॉ. नीरज कुमारी ने पेटेंट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया की जानकारी दी। रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में छात्रों की उपलब्धियों को लेकर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में विभिन्न डेंटल कॉलेजों से भी नामांकन आमंत्रित किए गए थे। विभिन्न श्रेणियों के तहत मिले नामांकनों के आधार पर चयनित 20 छात्रों को आरआईसी उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया। इस दौरान ई-पोस्टर प्रेजेंटेशन भी दी गई, जिसमें 85 इनोवेशन पोस्टर पेश किए गए। मौके पर संतोष यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. नरेश शर्मा, पीजीआई रोहतक से डॉ. मंजूनाथ बीसी, एसजीटी यूनिवर्सिटी से डॉ. शौर्य टंडन, आईएपीएचडी के संयुक्त सचिव डॉ. विक्रांत मोहंती, शारदा यूनिवर्सिटी से डॉ. स्वाति शर्मा, ईएसआईसी फरीदाबाद से डॉ. मानसी अत्री और डॉ. हरप्रीत सिंह भी मौजूद रहे।