पृथ्वी हमारी मां जिसका सभी को करना चाहिए सम्मान : धर्मपाल यादव
पृथ्वी को संवारने की चिंता कम ही लोगों में नजर आती है : दीपक यादव
बल्लभगढ़। यहां के सैक्टर दो स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल विद्यालय में शनिवार को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्कूल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें भाषण, कोलाज मेकिंग व पोस्टर मेकिंग, नृत्य, कविता,नुक्कड नाटक प्रतियोगिताओं से बच्चों ने धरती बचाओ जीवन बचाओ का संदेश दिया। बच्चों को पृथ्वी दिवस मनाने के कारण बताए।
बल्लभगढ़। यहां के सैक्टर दो स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल विद्यालय में शनिवार को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्कूल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें भाषण, कोलाज मेकिंग व पोस्टर मेकिंग, नृत्य, कविता,नुक्कड नाटक प्रतियोगिताओं से बच्चों ने धरती बचाओ जीवन बचाओ का संदेश दिया। बच्चों को पृथ्वी दिवस मनाने के कारण बताए।
स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि आज जिस तरह से प्रकृति का दोहन हो रहा है उससे वैश्विक स्तर पर हमारे भविष्य के लिए चिंता होना स्वाभाविक है। 22 अप्रैल को दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन प्रदर्शित करने के लिए पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाता है। हम सभी को पृथ्वी को बेहतर वातावरण देने का अथक प्र्रयास करते रहना चाहिए। क्योंकि हम सभी यह तो जानते है कि पृथ्वी मां है लेकिन उसका सम्मान कम ही लोग करते हैं।
वहीं दूसरी तरफ विद्यालय के निदेशन दीपक यादव ने भगवान विष्णु के छठें अवतार भगवान परशुराम के जन्मोत्सव व र्इंद की बधाई देते हुए कहा कि कई अवसर एक साथ है जिसमें से आज विश्व पृथ्वी दिवस है। अलग-अलग समाजों में धरती के लिए कई तरह की व्याख्याएं आती हैं। पर भारतीय समाज के लिए वह केवल मिट्टी का एक टुकड़ा या जगह भर नहीं है। वह हमारी मां के रूप में प्रतिष्ठापित है और यह दुनिया की सबसे सुंदर अवधारणा हैं। चूंकि वह एक मां के रूप में हमारा पालन-पोषण कर रही है तो हमारा भी यह कर्तव्य है कि हम उस मां की सेहत के लिए सजग रहें, पर क्या वास्तव में ऐसा हो रहा है? आज यदि धरती और उसके संकटों की बात करें तो यह बहुत ही ज्यादा चिंता करने का वक्त है।
जिसके चलते पृथ्वी को संवारने की चिंता कम ही लोगों में नजर आती है। आज इस दिन यह विचार करने की जरूरत है कि क्या हम अपनी धरती को सुंदर, सुरक्षित बना पाएंगे जो आने वाली पीढिय़ों के लिए भी उतनी ही सुखकर हो। ताकि आने वाले बच्चों को हम बेहतर वातावरण दे सके। इस कड़ी में प्रतियोगिताओं में प्रथम,द्वितिया व तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। वहीं परशुराम जन्मोत्सव के साथ-साथ वातावरण को शुद्व व बेहतर बनाने के लिए हवन-यज्ञ से दिन की शुरुआत की गई।