पुंछ में जवानों के हमलावरों को तलाश रहे ड्रोन-स्निफर डॉग , घायल जवान ने बताया- 7 आतंकियों ने ग्रेनेड अटैक किया
कश्मीर में सेना के ट्रक पर आतंकी हमले के मामले में नई जानकारी सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में घायल एक जवान ने बताया कि रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड अटैक में कम से कम 7 आतंकी शामिल हो सकते हैं।
उधर, जवानों पर आतंकी हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और 8 सदस्यीय फोरेंसिक टीम पुंछ रवाना हो गई है। दोपहर तक घटनास्थल भीमबेर गली इलाके में पहुंचेगी। बम डिसपोजल स्कॉड और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) टीम ने सुबह जाकर पूरे इलाके में जांच की।
भीमबेर गली पुंछ से 90 किलोमीटर दूर है। यह इलाका लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) से 7 किमी दूर है। यहां बेहद घना जंगल है। इस इलाके में पाकिस्तानी बेस्ड आतंकियों के मौजूदगी के इंटेलीजेंट इनपुट्स थे।पूरे इलाके में सुरक्षा बलों ने ड्रोन-स्निफर डॉग से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
हमला गुरुवार को दोपहर 3 बजे राजौरी सेक्टर में तब हुआ, जब सेना के तीन वाहन जवानों को लेकर राजौरी-पुंछ नेशनल हाइवे पर भीमबेर गली से पुंछ की तरफ जा रहे थे। तेज बारिश और कम दृश्यता का फायदा उठाकर आतंकियों ने घात लगाकर एक वाहन को घेरा। इसके बाद ग्रेनेड फेंके और करीब 50 राउंड फायर किए। इससे वाहन में आग लग गई।
इस हमले में राष्ट्रीय रायफल्स यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे। एक जवान जख्मी हुआ था। हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है। कल दोपहर में सेना ने इसे हादसा बताया था, लेकिन शाम 6:33 बजे पुष्टि की कि यह आतंकी हमला है।
कौन है PAFF… अनुच्छेद 370 हटाने के बाद नाम सामने आया था
पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद समर्थित समूह है। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही PAFF का नाम सामने आने लगा था। यह संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के मारे गए कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित है, जो आतंकी संगठन अल-कायदा का वफादार माना जाता है।