बंगाल-बिहार में हिंसा थमी, कई इलाकों में धारा 144 लागू, ममता ने जांच CID को सौंपी
बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र में बीते दो दिनों में हुई हिंसा के बाद अब माहौल शांत है। हिंसा थम गई है, लेकिन तनाव अभी बरकरार है। इन राज्यों के हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिसबल तैनात किया गया है। बंगाल-बिहार के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। बंगाल के हावड़ा में जांच CID के हवाले हैं, लेकिन NIA जांच की मांग की जा रही है। यहां 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 2 केस दर्ज किए गए हैं।
वहीं, बिहार के नालंदा से 27, जबकि सासाराम से 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। सासाराम में फिलहाल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। यहां गृहमंत्री का अमित शाह का दौरा होना था, जिसे रद्द कर दिया गया है। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में बुधवार रात दंगे करने वालों में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
तीनों राज्यों में 80 से ज्यादा लोग हिरासत में
रामनवमी के मौके पर कई राज्यों में हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आई थीं। बंगाल-बिहार और महाराष्ट्र में शुक्रवार को भी हिंसा हुई। तीन राज्यों में अब तक 80 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें गुजरात में 24, महाराष्ट्र में 20 और बंगाल में 36 लोग शामिल हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल के राज्यपाल से घटना की जानकारी ली है।
1. पश्चिम बंगाल: हावड़ा के शिबपुर में अब माहौल शांत
पश्चिम बंगाल के हावड़ा और उत्तरी दिनाजपुर जिले में गुरुवार को शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। 24 घंटे के भीतर शुक्रवार को एक बार फिर शिबपुर में पत्थरबाजी की घटना सामने आई। इस मामले में पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो मामले दर्ज किए गए हैं।
हावड़ा के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हालात अब सामान्य हैं, और लोगों को इस मामले में परेशान होने की जरूरत नहीं है। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और पुलिस इन इलाकों में गश्त लगा रही है।वहीं, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कोर्ट से मामले की NIA जांच कराने की मांग की थी।
ममता बोलीं- जुलूस का मार्ग कैसे बदला?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था। ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा, ‘वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’
ममता ने कहा- ‘उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।’