लोकतंत्र व संविधान को खत्म करना चाहती है भाजपा केंद्र सरकार: आफताब अहमद
कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने शुक्रवार को फरीदाबाद में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान फरीदाबाद कांग्रेस के विधायक, पूर्व विधायक व पार्टी नेता भी मौजूद रहे। विधायक पंडित निरज शर्मा, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया, विजय प्रताप , लखन सिंगला, आदि मुख्य रूप से शामिल थे।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र व संविधान का गला घोट रही है जिसके विरोध में देश भर में पत्रकार वार्ता की जा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर असंवैधानिक कार्य किया है वो लोकसभा में अदानी का मुद्दा उठा रहे थे व अदानी और प्रधानमंत्री के रिश्तों को लेकर सवाल पूछ रहे थे। केंद्र सरकार ने सवालों से बचने के लिए सदस्यता रद्द कर दी।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि विदेश यात्रा पर कितनी बार गौतम अदानी प्रधानमंत्री के साथ गए और कितनी यात्राओं में पीछे से प्रधानमंत्री को ज्वाइन किया या तुरंत बाद अदानी वहां पर कितने बार पहुंचे।
कितने ऐसे देश हैं जिन्होंने पीएम की यात्रा के बाद गौतम अदानी को कॉन्ट्रैक्ट दिए हैं और अदानी ने बीजेपी को पिछले बीस साल में कितने पैसे दिए या इलेक्टोरल बॉन्ड में पैसा दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गलत सोचती है कि राहुल गांधी की सदस्यता छीन कर अदानी मामले को छुपा देगी। अब कांग्रेस गली गली सडक सड़क मामले को उठाकर ये सवाल पूछती रहेगी।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि अदानी ग्रुप को सरकार ने नाजायज फायदा पहुंचाया है। अदानी ग्रुप किसी भी बिजनेस में एंट्री कर लेता है और बिना फेल हुए सफलता भी पा लेता है। अदानी पहले एक दो बिजनेस करते थे लेकिन अब येआठ-दस सेक्टर में काम करते हैं, इसमें एयरपोर्ट, डेटा सेंटर, सीमेंट, सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, कंज्यूमर फाइनेंस, रिन्यूएबल, मीडिया और पोर्ट शामिल हैं। 2014 में अदानी का नेट वर्थ आठ बिलियन डॉलर था वो 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे हुआ। 2014 में दुनिया की सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अदानी 609 नंबर पर थे और अब दूसरे नंबर तक पहुंच गए।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि केंद्र सरकार बताए कि उन्होंने गौतम अदानी की कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों में बदलाव किए या नहीं क्योंकि एयरपोर्ट का काम करने के लिए पहले नियम था कि कॉन्ट्रैक्ट उस कंपनी को मिलेगा जिसके पास पुराना अनुभव होगा, लेकिन अदानी के मामले में नियम बदले गए और उन्हें छह एयरपोर्ट सौंप दिए गए। भाजपा सरकार बताए कि अडाणी परिवार से जुड़ी शेल कंपनियों द्वारा करीब 21,3,68 करोड़ रुपये निवेश का यह पैसा कहां से आया और यह किसका पैसा है। आफताब अहमद ने पूछा कि भाजपा सरकार बताए कि एलआईसी और एसबीआई का पैसा अदानी की कंपनियों में निवेश क्यों कराया।
आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है और लोकतंत्र को कमज़ोर कर रही है। उन्होंने कहा कि आजकल आम धारणा है कि अगर किसी नेता के पीछे सीबीआई या ईडी पड़ी हो तो वो भाजपा ज्वाइन कर ले, फिर जांच एजेंसियां उसका पीछा नहीं करेंगी। इस समय असम के मुख्यमंत्री हेमंत जो पहले कांग्रेस में मंत्री थे उनका नाम शारदा चिट फंड घोटाले में आया, अगस्त 2014 में हेमंता के गुवाहाटी स्थित घर पर सीबीआई ने रेड मारी, हेमंता ने इसके कुछ महीने बाद ही बीजेपी ज्वाइन कर ली, बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें कभी सीबीआई ने पूछताछ के लिए नहीं बुलाया। इसी तरह सुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल, नारायण राणे महाराष्ट्र के बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल, बीजेपी सांसद संजय पाटिल जैसे कितने मामले हैं जो साफ संकेत देते हैं कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार को बढावा देती है और संरक्षण भी अगर आरोपी भाजपाई है तो। जबकि विपक्ष के नेताओं को जनता की आवाज बुलंद करने पर भी सजा देती है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि राहुल गांधी ने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, ललित मोदी आदि पर वक्तव्य दिया था जिसे भाजपाई सरकार पिछडा विरोधी प्रचारित कर रही है। दरअसल भाजपाई सरकार फंस गई है और अदानी को बचाने की हताशा में गलत आरोप प्रत्यारोप कर रही है।
आफताब अहमद ने कहा कि राहुल गांधी मामले पर पार्टी कानूनी व राजनैतिक तरीके से लड़ाई मजबूती से लडेगी।
इस दौरान तरूण तेवतिया, गिरीश भारद्वाज, अभिलाश नागर,यूथ कांग्रेस के नीरज गुप्ता, सुमित गौड़, अनिल नेताजी, डॉ सौरव शर्मा , इशांत कथूरिया, राहुल सरदाना आदि मौजूद थे।