भागवत ही भगवान है: धरमवीर भड़ाना
फरीदाबाद। वीरवार को गांव मोहताबाद के झरना मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में आप नेता धर्मबीर भड़ाना के साथ सैंकड़ो लोगो ने भाग लिया और यात्रा का प्रारंभ किया। इस मौके पर भड़ाना ने कहा कि कलश यात्रा में में तीनों देव ब्रम्हा, विष्णु व महेश के साथ-साथ 33 कोटि देवी देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। वहीं कलश को धारण करने वाले जहां से भी ग्राम का भ्रमण करता है वहीं की धरा स्वयं सिद्व होती जाती है। जो अपने सिर पर कलश धारण करता है उसकी आत्मा को ईश्वर पवित्र और निर्मल करते हुए अपनी शरण में ले लेते हैं।
भड़ाना ने झरना मंदिर का महत्व बताते हुए कहा कि अरावली पर्वतमाला की मनमोहक वादियों में गांव मोहबताबाद फरीदाबाद में महाभारत कालीन झरना स्थित है। जब पांडवों ने इंद्रप्रस्थ शहर बसाया था तो इस जर्जर और वीरान अरावली पर्वत पर अनेकों झरनों को अपने तप से प्रकट किया। उनमें से मोहबताबाद गांव में स्थित वर्तमान झरना भी शामिल है।
यह स्थान उदयालक मुनि की तपोभूमि भी है। जिस गुफा में मुनिवर तपस्या करते थे, वह गुफा आज भी है और उनकी मूर्ति भी वहां स्थापित है जिसकी लोग पूजा करते हैं, उसी गुफा में एक बहुत विशाल शिला है, जो बिना किसी सहारे के रुकी हुई है। इस मौके पर आप नेता मेहर चंद हरसाना ने कहा कि कोई भी पूजा या शुभ कार्य करने से पहले कलश की स्थापना अनिवार्य है क्योंकि जल से भरे कलश को मानव शरीर का प्रतीक माना जाता है तो इसी कारण शुभ कार्य करने से पहले कलश यात्रा निकाली जाती है7 उन्होंने कहा कि झरना मंदिर का भी एक बहुत ही पुराना इतिहास है जिस कारण यह झरना हमेशा बहता रहता है और कभी भी सुख तो नहीं है7 इस मौके पर पप्पू सरपंच, राजेंद्र थानेदार, हरेंद्र भडाणा, गजराज भडाणा, विजेंद्र फौजी, वीरू सरपंच, जानकी सरपंच, भारत चेयरमैन, हेमचंद्र सरपंच, सरजीत भडाणा, बदले राम मेंबर, सत्य भडाणा, पिंटू, रोहित भड़ाना, उदय राम भगत जी, देवी राम भगत जी, सुखचैन भड़ाना, जस्सी सरपंच एवं सैकड़ों लोग और महिलाएं शामिल रही।