सिर की चोट से बचाव एवं रोकथाम के प्रति विद्यार्थियों को किया जागरूक
वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजित किया गया
फरीदाबाद,। सड़क दुर्घटनाओं से बचाव एवं जागरूकता के उद्देश्य से जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा रोटरी क्लब, फरीदाबाद के सहयोग से सड़क सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में सिर की चोट होने पर चिकित्सा और सर्जिकल प्रबंधन की जानकारी भी दी गई। सिर की चोट पर जागरूकता दिवस प्रतिवर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जनता को सिर की चोटों को लेकर जागरूक करना है। अधिकांश सड़क हादसों में मौत का कारण सिर की चोट होती हैं। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण कार्यालय तथा यूथ रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में एसवीसी कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, लाइफ फस्र्ट फाउंडेशन एनजीओ और अमृता अस्पताल, फरीदाबाद भागीदारी रहे। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद में न्यूरोसर्जन के डॉ. सत्यकाम बरुआ और न्यूरो-एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डॉ. जे.एस. राहुल इस अवसर पर विशेषज्ञ वक्ता रहे तथा विद्यार्थियों को सिर की चोटों से बचने और रोकथाम एवं उपचार के बारे में जागरूक किया। उन्होंने विद्यार्थियों को सिर में चोट लगने पर प्राथमिक उपचार के बारे में भी जागरूक किया और प्राथमिक उपचार तकनीकों का प्रदर्शन किया। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों के सही उपयोग के बारे में भी जानकारी दी जो दुर्घटनाओं में सिर के आघात को काफी हद तक रोक या कम कर सकते हैं। कुलपति प्रो सुशील कुमार तोमर ने विद्यार्थियों के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए छात्र कल्याण कार्यालय और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की। इस कार्यक्रम का समन्वय डिप्टी डीन डॉ. सोनिया बंसल, वाईआरसी समन्वयक डॉ. नवीश कटारिया और सुश्री पूजा छोकर ने किया।