“डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में व्याख्यान का आयोजन”
“लड़कियों की सुरक्षा और शिक्षा, है समाज की सबसे बड़ी आवश्यकता”-रेनू भाटिया.
“कानून का ज्ञान और उसका सदुपयोग करना, है सबके लिए जरुरी “-एडवोकेट रंजना शर्मा
फरीदाबाद : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद में वूमेन सैल और वाई आर सी यूनिट के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में लिंग संवेदीकरण विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस समारोह में हरियाणा स्टेट कमिशन फॉर वूमेन की चेयरपर्सन श्रीमती रेनू भाटिया जी विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित रहीं। उनके साथ एडवोकेट रंजना शर्मा जी और डॉक्टर पुनीता हसीजा जी ने बतौर मुख्य वक्ता कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के शुभारंभ में वूमेन सैल की कन्वीनर और वाणिज्य विभाग की अध्यक्षा डॉ अर्चना भाटिया ने समस्त विशिष्ट अतिथियों का अभिनंदन किया और कहा कि वूमेन सेल के द्वारा प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। उन्होंने सांख्यिकी आंकड़ों की सहायता से भारत में लिंग असमानता से जुड़े तथ्यों को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने अपनी छोटी-छोटी कविताओं के माध्यम से छात्र छात्राओं को नारी के अस्तित्व की गरिमा के विषय में समझाया।
मुख्य वक्ता डॉ पुनीता हसीजा जी ने शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में अपने अनुभवों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कर छात्र-छात्राओं को सजग किया। एडवोकेट श्रीमती रंजना शर्मा जी ने लिंग संवेदीकरण विषय पर छात्र छात्राओं को सचेत कराया। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आज महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में थोड़ा सा बदलाव आया है। महिलाएं पहले की तुलना में आज ज्यादा सक्षम है। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धि गिनाई जा सकती है। आज लोग अपने घर की बेटी और बहू को शिक्षा प्राप्ति के लिए आगे बढ़ा रहे हैं। अब महिलाएं अपने अधिकारों का सही इस्तेमाल करना जानती है।
वाई आर सी की इंचार्ज डॉ विजयवंती ने महिला दिवस के उपलक्ष्य पर सभी छात्राओं को बड़ों का आदर करना और
कठिनाइयों को समझने और उनका शांति और धैर्य के साथ समाधान करने की सीख दी। विशिष्ट अतिथि, हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती रेनू भाटिया जी ने लड़कियों को बहुत सरल और स्पष्ट शब्दों में उनकी सुरक्षा से जुड़े हुए सभी प्रकार की समस्याओं एवं उनके समाधान के विषय में समझाया। उन्होंने अत्यंत संजीदगी से समस्त छात्राओं को निडर होकर जीने की और अपने माता पिता एवं शिक्षकों की बातों को ध्यान से सुनने और अमल करने की सलाह दी। उनकी स्पष्ट वादी वक्तव्य शैली ने सभी छात्राओं का हौसला एवं मनोबल बढ़ा दिया।
कार्यक्रम के अंत में कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि इस दिवस को मनाने की सार्थकता तभी सिद्ध हो सकती है जब सभी छात्र एवं छात्राएं अपने स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों को भी अपने जीवन में अपनाने की कोशिश करें। उन्होंने वूमेन सेल और वाईआरसी के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए महाविद्यालय परिसर में समय-समय पर लड़कियों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करते रहने की बात कही। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सभी कार्यकारी सदस्यों को बधाई दी।
इस अवसर पर छात्र छात्राओं के द्वारा नुक्कड़ नाटिका, नृत्य एवं गायन प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त वाणिज्य विभाग एस एफ एस की अध्यक्षा श्रीमती रेखा शर्मा ने “मैं खुबसूरत हूं” पर एक कविता कहकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर युवा उद्यमी वर्णिका सपरा ने सभी शिक्षिकाओं को उपहार भेंट कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के आयोजन में वाणिज्य विभाग एसएफएस की शिक्षिका और वूमेन सेल की सदस्या डॉक्टर ललिता ढींगरा और डॉक्टर सोनिया भाटिया का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में मंच संचालन का कार्य बीबीए विभाग की शिक्षिका डॉ निशा सिंह और मिस ज्योति मल्होत्रा ने किया। समारोह में महाविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिकाएं डॉ सुनीति अहूजा, डॉ अंजू गुप्ता, डॉ रुचि मल्होत्रा और मिस सुनीता डूडेजा उपस्थित रही। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी विभागों से करीब 250 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।