पोषण अभियान में प्रथम स्थान आने पर मुख्यमंत्री ने किया उपायुक्त विक्रम सिंह को सम्मानित
– मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया डीसी विक्रम सिंह को करनाल में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित प्रदेश स्तरीय समारोह में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए गए पोषण अभियान में प्रदेश में नम्बर वन आने पर किया सम्मानित
– दो लाख रुपये की धनराशि का चेक और दिया प्रशंसा पत्र
फरीदाबाद, 10 मार्च। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डीसी विक्रम सिंह को करनाल में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित प्रदेश स्तरीय समारोह में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए गए पोषण अभियान में फरीदाबाद जिला प्रदेश में नम्बर वन आने पर सम्मानित किया। वहीं डीसी विक्रम सिंह और महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी चौधरी को दो लाख रुपये की धनराशि का चेक और प्रशंसा पत्र भी दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री कमलेश ढांडा की उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आज शुक्रवार को महिला बाल विकास द्वारा करनाल में राज्यस्तरीय समारोह आयोजित किया गया। जहां राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल शिरकत कर रहे थे। जिला फरीदाबाद ने वर्ष 2022- 23 में बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आज फ़रीदाबाद जिला उपायुक्त विक्रम सिंह और जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी चौधरी को सम्मानित किया और दो लाख रुपए का चेक भी दिया।
बता दें कि डीसी विक्रम सिंह के दिशा-निर्देश पर सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जागरूकता सप्ताह के तहत जनवरी माह के दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ डॉक्टर मंजू श्योराण के कुशल मार्गदर्शन में जागरूकता सप्ताह को लेकर जिला में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था।
सीडीपीओ डॉक्टर मंजू श्योराण विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जनवरी माह में प्रतिदिन शेड्यूल के अनुसार महिला गोष्टी, पंचायत मीटिंग, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया था। जहां फरीदाबाद जिला मे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कम लिंगानुपात है, वहां उनमें माताओं को बेटियों के महत्व के बारे में समझाने के लिए प्रेरित किया गया था। डाक्टर श्योराण ने बताया कि जागरूकता कार्यक्रमों में महिलाओं और लड़कियों को स्पोर्ट्स में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया था। वहीं जिन्होंने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, उन्हें जिला स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया था।