मूसेवाला मर्डर केस के दो आरोपियों की जेल में हत्या: जग्गू और लॉरेंस के गुर्गों में गैंगवार, मामूली बहस पर चले धारदार हथियार

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में शामिल 2 बदमाश जेल में हुई गैंगवार में मारे गए। पंजाब में तरनतारन जिले की गोइंदवाल जेल में रविवार को बदमाशों के बीच हिंसक झड़प हुई। इसमें बदमाश मनदीप सिंह तूफान और मनमोहन सिंह मोहना की मौत हो गई। एक अन्य बदमाश केशव की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि तीनों के सिर पर धारदार हथियारों से हमला किया गया था।

तरनतारन के इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ. जगजीत सिंह ने कहा कि दोपहर में जेल से लाए गए तीन घायलों में से दो की अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो चुकी थी, जबकि तीसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। मारा गया गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान सिंगर मूसेवाला की हत्या की दौरान स्टैंडबाय शूटर के तौर पर मौजूद था। वह जग्गू भगवानपुरिया गैंग का मेंबर था।

कैदियों से कहासुनी हुई, फिर हिंसा में दोनों की जान गई
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान की जेल में कैदियों के साथ किसी बात को लेकर झड़प हुई थी। इसके बाद कैदियों ने उसे पीट-पीटकर कर मौत के घाट उतार दिया। संघर्ष में तीन से चार दूसरे कैदियों के घायल होने की भी सूचना मिली है। सूत्रों के मुताबिक जेल में मूसेवाला मर्डर में शामिल बदमाशों के 2 गुट बन गए थे। यह भी पता चला है कि लॉरेंस और जग्गू गैंग से जुड़े बदमाश आमने-सामने हुए।

मूसेवाला मर्डर में स्टैंडबाय शूटर था मनदीप तूफान
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के दिन मनदीप तूफान भी घटनास्थल के आसपास ही मौजूद था। गोल्डी बराड़ ने जग्गू भगवानपुरिया के खास मंदीप तूफान के अलावा मनी रईया को स्टैंडबाय पर रखा था। इन्हें जगरूप उर्फ रूपा और मनप्रीत मन्नू को कवर देने के लिए कहा गया था। जग्गू भगवानपुरिया से पूछताछ के बाद मनदीप तूफान का नाम सामने आया था।

मूसेवाला के मर्डर के बाद अंडरग्राउंड हो गए थे दोनों बदमाश
मूसेवाला की हत्या के बाद दोनों आरोपी लुधियाना के संदीप के साथ अंडरग्राउंड हो चुके थे। संदीप ने दोनों ही आरोपियों को लुधियाना में अपने एक रिश्तेदार के घर में पनाह दे कई दिनों तक वहां पर रखा था। कुछ दिन लुधियाना में रहने के बाद दोनों गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान और मनी लुधियाना से चले गए थे जबकि उसके बाद पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार कर लिया था।

बठिंडा के पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी में नजर आया था तूफान
पुलिस के मुताबिक संदीप ने अमृतसर के घोड़ों के व्यापारी सतबीर की फॉर्च्यूनर में हथियार देकर बठिंडा मूसेवाला की हत्या के लिए भेजा था। बठिंडा के एक पेट्रोल पंप की CCTV फुटेज में दोनों के नजर आने पर ही मामला साफ हो गया कि आरोपियों को सतबीर ही बठिंडा तक लेकर गया।

संदीप ने मानसा में 3 शूटर भेजे थे। इन शूटरों में मनी रईया, तूफान के नाम तो पुलिस को संदीप ने बता दिए थे। तीसरा शूटर अभी पुलिस की पहुंच से बाहर है और उसकी पहचान नहीं हो पाई है।

लुधियाना में भी दोनों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान और मनी रईया पर लुधियाना में भी पुलिस ने कुछ समय पहले ही मुकदमा दर्ज किया था। दोनों ही गैंगस्टर पहले गिरफ्तार हो चुके संदीप काहलों के काफी नजदीकी है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान और मनी रईया ने 10 दिनों तक उसके घर की रेकी की थी। रेकी कर वे सारी जानकारी कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ को देते थे और वहीं से सिद्धू मूसेवाला की हत्या की सारी साजिश रची गई थी।

केशव ने हरियाणा के शूटर्स को भागने में मदद की
मूसेवाला मर्डर में शामिल केशव ने हरियाणा मॉड्यूल के 3 शूटर प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा और कशिश को भगाने में मदद की थी। मर्डर के बाद फौजी, सेरसा और कशिश बोलेरो में भागे। कुछ किलोमीटर के बाद केशव ने इन्हें अपनी गाड़ी में बैठाया। वहां से यह फतेहाबाद पहुंचे।

कुछ दिन वहां रुकने के बाद आगे निकले। यह कई जगहों पर छिपते रहे। 19 जून को सुबह के वक्त दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन्हें खारी मिट्‌ठी रोड मुंद्रा पोर्ट के पास से गिरफ्तार किया था।

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