पर्यटक मेला में विभिन्न प्रदेशों के लजीज व्यंजनों का उठा रहे हैं लुत्फ
-मोटे अनाज के खाद्य पदार्थ भी पर्यटकों को कर रहे हैं आकर्षित
सूरजकुंड (फरीदाबाद),12 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला में मेला में पर्यटक विभिन्न प्रदेशों के लजीज व्यंजनों की ओर खिंचे चले आ रहे हैं। मेले के विभिन्न हिस्सों में स्थापित फूड कॉर्ट पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। यह पर्यटक एक स्थान पर विभिन्न प्रदेशों के स्वादिष्टï व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे हैं। पर्यटक बाजरा के चूरमा का भी स्वाद चखते नजर आ रहे हैं।
हरियाणवी फूड्स स्टॉल पर पारंपरिक वेशभूषा में मोटे अनाज के खाद्य पदार्थ परोस रही महिला भी विशेष आकर्षण केंद्र बनी हुई है। रेवाड़ी के मंगलेश्वर किसान उत्पादक संगठन द्वारा लगाए गए इस स्टॉल पर मोटे अनाज के खाद्य पदार्थों को विशेष रूप से बढावा दिया जा रहा है। इनमें सरसों का साग, बाजरा की रोटी, बाजरा का चूरमा, बाजरा की चकली, बाजरा का दलिया, बाजरा का बिस्कुट, बाजरा की पकौडी व बाजरा का लड्डïू आदि शामिल हैं। बाजरा व ज्वार के स्वास्थ्य लाभ के बारे में भी लोगो को जागरूक किया जा रहा है। हिसार की लस्सी का भी पर्यटक स्वाद चख रहे हैं। हरियाणा के गोहाना शहर की प्रसिद्ध देशी घी से तैयार जलेबा का स्वाद चखने के लिए भी पर्यटक खिंचे चले आ रहे हैं। पानीपत स्थित होटल प्रबंधन संस्थान के खाद्य पदार्थों का पर्यटक खूब जायका ले रहे हैं।
हरियाणा के पड़ोसी राज्य राजस्थान द्वारा भी राजस्थानी फूड्स परोसे जा रहे हैं। इनमें स्पेशल थाली, दालबाटी चूरमा, मिस्सी रोटी थाली, प्याज-कचौरी, मूंगदाल कचौरी, जोधपुरी मिर्ची बड़ा, मूंगदाल पकौडी व हलवा, चूरमा लड्डïू, स्पेशल राजस्थानी केसरिया कुल्लड चाय, बीकानेरी केसरीय जलेबी, जोधपुरी मावा कचौरी आदि शामिल हैं। राजस्थानी फूड्स कार्नर पर भी पर्यटकों की भीड उमड़ रही है। मद्रास कैफे के स्टॉल पर भी पर्यटक विभिन्न खाद्य पदार्थों का लुत्फ उठा रहे हैं।